लखनऊः यूपी विधानसभा मानसून सत्र शुक्रवार को सबसे हंगामेदार दिन रहा। हर किसी की नजर आज पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi) पर थी। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के एक घंटे तक बोलने के बाद सदन के नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना भाषण शुरू किया।
इस दौरान सीएम योगी (cm yogi) ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि आज मरीज सरकारी अस्पताल इसलिए आ रहा है क्योंकि उसे दवा और डॉक्टर मिल रहा है। आपके समय में न तो दवा थी और न ही डॉक्टर। अपनी नाकामी छुपाने के लिए एक गरीब व्यक्ति के वहां आकर आयुष्मान भारत सुविधा के तहत 5 लाख की बीमा सुविधा मिलना आपको बुरा लग रहा है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के अंदर 10 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत की सुविधा मिल रही है, ये आपके लिए जाति हो सकती है, ये वोट बैंक का मुद्दा हो सकता है। हमारे लिए यूपी का नागरिक परिवार का हिस्सा है। हमें जर्जर व्यवस्था विरासत में मिली है, इसे सुधारने में समय तो लगेगा ही।
इस दौरान सीएम योगी अलग ही मूड में दिखे। 2 घंटे 11 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने कई बार हल्के-फुल्के अंदाज में विपक्षी विधायक शिवपाल यादव पर व्यंग्य किया और साथ ही शिवपाल के बहाने पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए शिवपाल से कहा कि चच्चू, कुछ सिखाओ, समय का सदुपयोग करो।
सदन में जमकर बरसे सीएम योगी
वहीं सीएम योगी ने दुष्यन्त कुमार की कविता…तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं… कहकर अखिलेश यादव पर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया तो अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। सीएम योगी ने कहा कि एक घंटे के भाषण में अखिलेश यादव को सिर्फ गोरखपुर का जलजमाव याद आया। जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। वे गांव, गरीब, शोषित, वंचित का दर्द क्या समझ पाएंगे। यदि सपा ने चौधरी चरण सिंह की थोड़ी सी भी बात का ध्यान रखा होता तो उनकी सरकार में अधिकांश किसान आत्महत्या नहीं करते। नेता सदन ने कहा कि आप (अखिलेश) जिस किसान की बात कर रहे हैं, सांड भी उसी का हिस्सा है। आपके जमाने में सांड बूचड़खाने में जाते थे, हमारी सरकार में गोवंश के रूप में हैं।
सीएम योगी ने यादव परिवार में मचे घमासान पर चुटकी लेते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा लाई गई सूची में कुछ गड़बड़ है। चाचा शिवपाल ने जरूर बदल दी है सूची! वैसे भी, यह सब तब होता है जब परिवार में सत्ता के लिए संघर्ष होता है। आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी विषयों पर जवाब देंगे। इसके बाद उन्होंने राज्य में बाढ़ और किसानों की समस्या पर बोलते हुए सरकार की उपलब्धियां गिनानी शुरू कर दीं।
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