Sunday, February 9, 2025
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeप्रदेशहिमाचल प्रदेशप्रदेश की पहली Green Hydrogen परियोजना शुरू करेंगे सीएम सुक्खू

प्रदेश की पहली Green Hydrogen परियोजना शुरू करेंगे सीएम सुक्खू

Green Hydrogen Project: शिमलाः मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू मार्च 2026 तक हिमाचल प्रदेश को देश का पहला हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं और 5 फरवरी को हिमाचल इस दिशा में बेहतरीन नवाचार की पहल करेगा।

Green Hydrogen परियोजना का 18 महीने रखा गया लक्ष्य

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री सुक्खू बुधवार को प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में हिमाचल की पहली बड़ी हरित हाइड्रोजन परियोजना की आधारशिला रखेंगे। सुक्खू सोलन जिले के नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के दभोटा में 01 मेगावाट के हरित हाइड्रोजन संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। करीब 9.04 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस हरित हाइड्रोजन संयंत्र की क्षमता प्रतिदिन 423 किलोग्राम हरित हाइड्रोजन उत्पादन की होगी। इस परियोजना का निर्माण कार्य 18 माह के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

Green Hydrogen का होगा उत्पादन

राज्य सरकार ने दभोटा में स्थापित होने वाले 01 मेगावाट के हरित हाइड्रोजन संयंत्र की स्थापना के लिए 26 अप्रैल 2023 को ऑल इंडिया लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता सौर ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, भूतापीय ऊर्जा और संपीड़ित बायोगैस के विकास पर केंद्रित है। दभोटा में इस परियोजना के निर्माण के लिए 04 हजार वर्ग मीटर भूमि चिन्हित की गई है। इस संयंत्र में अक्षय ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त बिजली का उपयोग करके हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा। यह संयंत्र ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में भारी कमी लाकर स्वच्छ ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगा। इस संयंत्र में हर साल लगभग 1 लाख 54 हजार 395 किलोग्राम हरित हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सकेगा।

यह भी पढ़ेंः-Haryana MC Election: हरियाणा में निकाय चुनाव का शेड्यूल जारी, 2 मार्च को होगी वोटिंग

मुख्यमंत्री सुखू के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश मार्च 2026 तक देश का पहला हरित ऊर्जा राज्य बनने की ओर निरंतर अग्रसर है। राज्य सरकार नवाचार और अन्य निर्णायक समाधानों के माध्यम से प्रदेश में 500 मेगावाट सौर ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश की सबसे बड़ी 32 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना नालागढ़ के पेखुबेला में क्रियाशील है।

प्रदेश को पूर्ण रूप से हरित राज्य बनाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। ऊना, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर, मंडी और शिमला जिलों में 501 मेगावाट की कुल क्षमता के 05 सौर पार्क और 212 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने का कार्य किया जाएगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें