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CM Saini बोले- राज्य की 1800 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य, अपलोड होगा डाटा

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चंडीगढ़ः हरियाणा के CM Saini ने कहा है कि टीबी के खिलाफ सफलता पाने में जनभागीदारी की शक्ति भी कारगर साबित होगी। आज टीबी उन्मूलन के लिए 100 दिवसीय राष्ट्रीय निक्षय शिविर का शुभारंभ इस कार्य में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री सैनी शनिवार को पंचकूला में आयोजित राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टीबी के खिलाफ हमारी पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

टीबी उन्मूलन की दिशा में काम कर रही सरकार:  CM Saini 

अब अधिक लोग टीबी की जांच और इलाज कराने के लिए आगे आ रहे हैं। वर्ष 2023 में हरियाणा में 579 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतें थीं। इस वर्ष करीब 1800 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतें बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश के 79 हजार 652 मरीजों का डाटा निक्षय पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है। निक्षय पोषण योजना के तहत अब तक 3 लाख 49 हजार मरीजों को 117 करोड़ 46 लाख रुपये दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार टीबी उन्मूलन की दिशा में काम कर रही है। टीबी को खत्म करने के लिए सरकार और अधिक अत्याधुनिक तकनीक उपलब्ध करवा रही है।

सरकार करा रही मुफ्त इलाज : CM Saini 

वर्तमान में सभी मौजूदा एक्स-रे केंद्रों को भारतीय प्लाज्मा अनुसंधान संस्थान, अहमदाबाद से एआई से जोड़ा जा रहा है। इस तकनीक को लागू करने वाला हरियाणा देश का दूसरा राज्य है। रोहतक और करनाल में दो अत्याधुनिक माइक्रो बैक्टीरियल कल्चर एवं डीएसटी लैब स्थापित हैं। इसके अलावा, अंबाला में एक नई लैब स्थापित की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 59 मोबाइल हेल्थ वैन के माध्यम से गांवों, झुग्गी-झोपड़ियों, दिहाड़ी मजदूरों, भट्ठों और किसानों की टीबी जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीबी के मरीज अगर किसी अन्य बीमारी से ग्रसित पाए जाते हैं तो सरकार उसका भी मुफ्त इलाज करवाती है।

पीजीआईएमएस रोहतक और करनाल, नूंह और सोनीपत के मेडिकल कॉलेजों में चार नोडल ड्रग रेजिस्टेंट टीबी सेंटर स्थापित किए गए हैं। इनके अलावा, सभी 22 जिलों में जिला नोडल ड्रग रेजिस्टेंट टीबी सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। सभी मरीजों के सैंपल जांच के लिए नजदीकी निर्धारित माइक्रोस्कोपी सेंटर में भेजे जाते हैं। प्रदेश में इन केन्द्रों की संख्या भी 358 से बढ़ाकर 428 कर दी गई है। इसके अलावा, 131 नए डीएमसी खोले जा रहे हैं।

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प्रदेश के सभी जिलों में एआई युक्त हैंड हेल्ड एक्स-रे का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी क्षेत्र में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाता है। अब तक 17 हजार 500 टीबी मरीजों को 29 करोड़ रुपये का क्लेम दिया जा चुका है। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि इस अभियान के तहत अगले 100 दिनों में तेजी से अधिक से अधिक टीबी मरीजों की जांच कर उन्हें उपचार उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने टीबी मरीजों के पोषण के लिए निर्धारित राशि को 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया है, ताकि ऐसे मरीज पौष्टिक आहार ले सकें।

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