जयपुरः इसी साल नवंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा जहां गुजरात कांग्रेस के प्रभारी हैं, वहीं अब चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाकर गुजरात भेजने का फैसला किया है। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने और चुनावी बिसात बिछाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर अहमदाबाद जा रहे हैं, जहां वे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साथ गुजरात कांग्रेस के टॉप लीडरशिप के साथ भी चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 20 जुलाई को सुबह 9 बजे विशेष विमान से अहमदाबाद के लिए रवाना होंगे। बताया जाता है कि गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा भी उनके साथ जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सुबह 10:15 बजे अहमदाबाद पहुंचेंगे जहां सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक गुजरात कांग्रेस मुख्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे और उसके बाद दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक कांग्रेस विधायकों और पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे। शाम 4 बजे वे गुजरात कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से रूबरू होंगे और उसके बाद रात 9 बजे अहमदाबाद से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। रात 10:30 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचेंगे, 21 जुलाई को उनका दिल्ली में ही रुकने का कार्यक्रम है।
जानकारों की मानें तो गुजरात कांग्रेस के विधानसभा चुनाव में भले ही अभी करीब पांच महीने का समय हो लेकिन अभी भी गुजरात कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी हावी है। प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा अंदरूनी गुटबाजी को खत्म करने में नाकाम साबित हुए हैं। गुटबाजी के चलते हार्दिक पटेल सहित कई नेता कांग्रेस छोड़कर दूसरे पार्टियों का दामन थाम चुके हैं। यही वजह है कि अब अंदरूनी गुटबाजी को खत्म करने का जिम्मा भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिया गया है, जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी नेताओं के बीच सामंजस्य बनाकर एकजुटता के साथ चुनावी रणनीति बनाएंगे।
गुजरात कांग्रेस के नेताओं के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ अच्छे संबंध हैं। चूंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 2016 में गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं और 2017 में हुए विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की देखरेख में ही हुए हैं। इसमें लंबे समय के बाद कांग्रेस पार्टी करीब 80 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। बताया जाता है कि गुजरात विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दौरे लगातार होंगे, जहां मुख्यमंत्री गहलोत चुनावी रणनीति के साथ साथ चुनावी कैंपेन की कमान भी अपने हाथों में रखेंगे।
कांग्रेस आलाकमान ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए गुजरात के 22 विधानसभा क्षेत्रों में राजस्थान कांग्रेस के 13 मंत्री और 10 विधायकों को भी पर्यवेक्षक के तौर पर लगाया है। मुख्यमंत्री गहलोत के बाद पर्यवेक्षक लगाए गए मंत्रियों और विधायकों के दौरे भी जल्द शुरू होने वाले हैं। इसमें वे प्रत्याशी चयन के लिए विधानसभा क्षेत्रों में जाकर रायशुमारी करेंगे और संभावित नामों के पैनल बनाकर आलाकमान को सौंपेंगे। जिन विधायकों और मंत्रियों को गुजरात में पर्यवेक्षक लगाया गया है उनमें मंत्री सालेह मोहम्मद, रामलाल जाट, उदयलाल आंजना, शकुंतला रावत, बी डी कल्ला, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, गोविंद राम मेघवाल जैसे बड़े चेहरे भी शामिल हैं तो विधायक राजकुमार शर्मा, अशोक बैरवा, अशोक चांदना, ताराचंद भगोरा, अर्जुन बामणिया जैसे बड़े नेता भी कांग्रेस पर्यवेक्षक बनाए गए हैं।
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