महाराष्ट्र सियासी संकट: उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को ‘शिवसेना नेता’ पद से हटाया

शिंदे
शिवसेना

मुंबईः मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बड़ा कदम उठाते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी के नेता पद से हटा दिया है। शिवसेना की ओर से ठाणे स्थित एकनाथ शिंदे के आवास नंदनवन बंगले पर इस आशय का पत्र भेजा गया और इस पत्र पर रिसीविंग हस्ताक्षर भी लिया गया है। महाराष्ट्र में कई दिनों तक चले सियासी बवाल के बाद गुरुवार को भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने। साथ ही भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।

ये भी पढ़ें..एजबेस्टन टेस्ट: पहले दिन भारत ने सात विकेट पर बनाए 338 रन, पंत ने जड़ा शतक

इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को शिंदे को पार्टी के नेता पद से हटा दिया। पत्र में कहा गया है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधियां कर रहे हैं। आपने स्वेच्छा से शिवसेना की सदस्यता से इस्तीफा दिया है, इसलिए आपके खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। उल्लेखनीय है कि बागी विधायकों की बगावत के बाद शिवसेना के सभी पदाधिकारियों की एक बैठक दादर स्थित शिवसेना पार्टी कार्यालय सेना भवन में आयोजित की गई थी। इस बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने एकनाथ शिंदे को नेता पद से हटाए जाने की मांग की थी।

वहीं महाराष्ट्र के नवनियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उन्होंने और शिवसेना के बागी विधायकों ने भाजपा के समर्थन से राज्य में सरकार बनाकर कुछ गलत नहीं किया। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन स्वाभाविक है। शिंदे ने कहा कि विधायक चाहते थे कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस सरकार का हिस्सा बनें, हमारे पास एक आरामदायक बहुमत और 170 विधायकों का समर्थन है।

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र 3 और 4 जुलाई को बुलाया गया है। पहले दिन स्पीकर का चयन किया जाएगा। इसके लिए नामांकन का काम 2 जुलाई को पूरा कर लिया जाएगा। 4 जुलाई को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार बहुमत साबित करेगी।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)