देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को औचक निरीक्षण के लिए आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष पहुंचे। जहां उन्होंने आपदा नियंत्रण कक्ष में मौजूद सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने पिछले दिनों गौरीकुंड में हुए दुखद हादसे पर दुख जताते हुए अधिकारियों को हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में 12 से 13 लोग लापता हैं, जिनका रेस्क्यू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही ड्रोन के माध्यम से भी समुचित निगरानी की जाए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने आपदा सचिव को राज्य में बंद सभी सड़कों को खोलने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जहां भी नदी के किनारे ऐसी स्थिति बन रही हो, वहां पहले से ही सावधानी बरतते हुए लोगों को विस्थापित करने की कार्यवाही की जाये।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक उन्हें जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक 8 लोग नेपाल मूल के बताये जा रहे हैं। साथ ही प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं और जानकारी जुटाई जा रही है कि लापता लोग कहां के रहने वाले हैं और वास्तव में कितना नुकसान हुआ है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के गौरीकुंड में तेज बारिश के चलते हुए भारी भूस्खलन की चपेट में आई तीन दुकानें जमींदोज हो गईं। इन दुकानों में सो रहे करीब 12 लोग लापता हैं। इनके मलबे में दबे होने की आशंका है।
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और तहसील प्रशासन की टीमें राहत और बचाव अभियान में जुटी हैं। अधिकारियों के अनुसार भूस्खलन अभी जारी है। इस वजह से बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। उधर, बरसात और भूस्खलन की वजह से कई गांव खतरे की जद में आ गए हैं।
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