बांदाः चित्रकूट जेल में शुक्रवार हुए गैंगवार के दौरान मेराजुद्दीन भी मारा गया है जो बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता है। बागपत जिला जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद मेराजुद्दीन पश्चिम उत्तर प्रदेश में मुख्तार का काम देख रहा था और उसके इस काम में मुस्तकीम काला भी मददगार था। इन दोनों के चित्रकूट जेल में मारे जाने से मुख्तार अंसारी की दिल की धड़कनें बढ़ गई हैं।
मेराजुद्दीन 20 मार्च 2021 को वाराणसी जेल से चित्रकूट जेल ट्रांसफर हुआ था। बताते चलें कि, बागपत में मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या के बाद मुख्तार अंसारी अपने आपको भी जेल में सुरक्षित नहीं मानता है। इसी वजह से वह पंजाब की रोपड़ जेल में करीब डेढ़ साल स्वास्थ्य की दुहाई देकर बना रहा, लेकिन न्यायालय के आदेश पर उसे उत्तर प्रदेश वापस आना पड़ा। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में भी आने के बाद उसने अपनी जान को खतरा बताया है उसके परिवारी जन भी लगातार न्यायालय पर दबाव बना रहे हैं कि वह जेल में सुरक्षित नहीं है, जबकि सरकार इन आशंकाओं को निराधार बता रही है।
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लखनऊ से हो रही मुख्तार के बैरक की निगरानी
इस समय मुख्तार अंसारी बांदा जेल की बैरक नंबर 16 में कैद है और उसे कड़ी सुरक्षा के घेरे में रखा गया है। हर किसी की पहुंच उसकी बैरक तक नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त बंदी रक्षकों की तैनाती की गई है। वही लखनऊ से सीधे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से उस पर निगरानी की जा रही है। इसके बाद भी मुख्तार अंसारी अपने आप को सुरक्षित नहीं मान रहे हैं और इधर आज की घटना से एक बार फिर मुख्तार अंसारी कि दिल की धड़कनें बढ़ गई है।