यंगून: चीन चोरी से पाकिस्तान के रास्ते म्यांमार को हथियार बेच रहा है। म्यांमार सेना पाकिस्तान से 60 और 81 एमएम मोर्टार, एम-79 ग्रेनेड लांचर और भारी मशीनगन खरीदने की योजना बना रही है। इसके साथ ही हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल भी खरीदने का विचार कर रहा है।
म्यांमार के सशस्त्र बल ने 2018 में पाकिस्तान से 56 करोड़ डालर में 16 जेएफ-17 थंडर विमान खरीदे थे। विमान को पाकिस्तान एयरोनाटिकल कांप्लेक्स और चीनी चेंगदु एयरोस्पेस कारपोरेशन ने संयुक्त रूप से विकसित किया था।
जानकारी के मुातबिक चीन और म्यांमार के बीच हथियार आपूर्तिकर्ता डॉ. नैंग हटुट अंग ने सौदा कराया है। अंतर्राष्ट्रीय गेटवे कंपनी समूह के प्रतिनिधि डा. अंग का म्यांमार के वर्तमान सैन्य प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन अंग हलैंग समेत सेना के साथ गहरा रिश्ता है। पिछले वर्ष सितंबर में पाकिस्तान रक्षा मंत्रालय के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अघोषित रूप से म्यांमार के रक्षा मंत्री से मुलाकात की थी और उन्नत जेएफ-17 विमान और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल बेचने के बारे में चर्चा की थी।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार में कहा गया था कि मालदीव में ‘इंडिया आउट’ अभियान के लिए चीन ने मदद की थी। मालदीव वाइस की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन और उनके समर्थकों की मदद की थी। बता दें कि भारत और मालदीव ने फरवरी 2021 में एक समझौता किया था जिसके तहत ही सिफवरु-अथुरु थिलाफलू (यूटीएफ) में मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स कोस्ट गार्ड को भारत विकसित कर रहा है।