लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीषण ठंड के दृष्टिगत रैन बसेरों के सुचारु संचालन और अलाव की प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शहरी व ग्रामीण इलाकों में सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने जरूरतमंदों को कम्बल वितरित करने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गरीबों और निराश्रितों को शीतलहर में राहत प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने रैन बसेरों की व्यवस्था की है। यह सुनिश्चित किया जाए कि सर्दी के इस मौसम में कोई व्यक्ति खुले में न सोए। सभी जरूरतमंदों को रैन बसेरों में आश्रय प्रदान करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रैन बसेरों में सुरक्षा और स्वच्छता के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। रैन बसेरों के संचालन में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन किया जाए। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को अलाव, रैन बसेरा संचालन तथा कम्बल वितरण कार्य की नियमित माॅनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने धान खरीद कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि धान क्रय केन्द्रों पर धान खरीद की कार्यवाही तेजी से की जाए। इसके मद्देनजर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त कांटों की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने किसानों को मक्का एवं मूंगफली की उपज का उचित मूल्य कराने के निर्देश भी दिए हैं।
यह भी पढ़ें-लॉयन बोले- ऑफ स्टंप के बाहर दरार पर गेंद करने की करेंगे कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्विवाद उत्तराधिकार को खतौनियों में दर्ज कराने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समस्त ग्रामों में वरासत अभियान संचालित किया जा रहा है। 15 जनवरी को अभियान के संचालन का एक माह पूर्ण हो गया है। उन्होंने अभियान के तहत की जाने वाली समस्त कार्यवाहियों को निर्धारित समय सारणी के अनुरूप करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। युवा वर्ग को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के दृष्टिगत उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश में स्थापित किए जाने वाले राज्य विश्वविद्यालयों तथा निजी विश्वविद्यालयों का निर्माण तय समय-सीमा में पूरा कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के तेजी से औद्योगिक विकास के लिए अवस्थापना सुविधाओं के विकास को प्राथमिकता प्रदान कर रही है। इसके तहत अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के एक्सप्रेसवेज का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं के निर्माण कार्य को निर्धारित टाइम लाइन के अनुरूप करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने पर प्रदेश में एक्सप्रेस वे का एक व्यापक नेटवर्क उपलब्ध हो जाएगा।