Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti: मराठा साम्राज्य के संस्थापक और वीरता के पर्याय छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी 395वीं जयंती पर पीएम नरेद्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया और मराठा योद्धा के मूल्यों को प्रेरणा का स्रोत बताया।
Shivaji Maharaj Jayanti पर पीएम मोदी ने किया नमन
पीएम मोदी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “मैं छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। उनकी वीरता और दूरदर्शी नेतृत्व ने स्वराज्य की नींव रखी, और कई पीढ़ियों को साहस और न्याय के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। वे हमें एक मजबूत, आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।” वीडियो में पीएम मोदी छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित करते नजर आ रहे हैं।
नेताओं ने दी छत्रपति शिवाजी महाराज श्रद्धांजलि
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर मैं उन्हें सादर नमन करता हूं और अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। अपने साहस और वीरता से उन्होंने हमें निडरता और पूरी निष्ठा से अपनी आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। उनका जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्र निर्माता के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “हिंदू स्वराज्य का उद्घोष करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन नैतिकता, कर्तव्य और धर्मपरायणता का संगम था। जीवन भर कट्टरपंथी आक्रांताओं से लड़ने वाले और सनातन स्वाभिमान के ध्वज की रक्षा करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज को राष्ट्र निर्माता के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।”
छत्रपती शिवाजी महाराज यांच्या जयंतीनिमित्त मी त्यांना अभिवादन करतो.
त्यांच्या पराक्रमाने आणि दूरदर्शी नेतृत्वाने स्वराज्याची पायाभरणी केली, ज्यामुळे अनेक पिढ्यांना धैर्य आणि न्यायाची मूल्ये जपण्याची प्रेरणा मिळाली. ते आपल्याला एक बलशाली, आत्मनिर्भर आणि समृद्ध भारत घडवण्यासाठी… pic.twitter.com/zu0vLviiPf
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2025
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शिवाजी ने की थी मराठा साम्राज्य स्थापना
गौरतलब है कि शिवाजी महाराज ने मराठा साम्राज्य की स्थापना की और मुगल शासकों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उनकी वीरता की गाथा इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी गई है। हर मराठा उनका नाम गर्व से याद करता है। उनकी वीरता को महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्रेरणा का स्रोत माना जाता है। शिवाजी महाराज एक कुशल प्रशासक, साहसी योद्धा और सच्चे देशभक्त थे।
उन्होंने मराठा साम्राज्य की नींव रखी और मुगलों को हराने का संकल्प लिया। 19 फरवरी 1630 को जन्मे शिवाजी ने जीवन भर मुगलों से लड़ाई लड़ी। उनका लक्ष्य अपने राष्ट्र को मुगलों के नियंत्रण से मुक्त कराना और उसे शक्तिशाली बनाना था।