भोपाल: राजधानी भोपाल में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। बुधवार सुबह से आसमान में घने बादलों ने डेरा डाल रखा है। बादलों की ओट में सूरज के छिप जाने के कारण धूप नहीं निकली और मौसम में ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के अनुसार एक साथ तीन सिस्टम सक्रिय होने से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। राजधानी भोपाल समेत कई संभागों में बारिश की संभावना है। ज्यादा असर इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद और ग्वालियर, चंबल संभागों में दिखाई देगा। यहां तेज आंधियों के साथ ओले गिर सकते हैं। भोपाल में बुधवार शाम बूंदाबांदी और गुरुवार को हल्की बारिश हो सकती है। प्रदेश के करीब 6 संभागों में बारिश होने की संभावना है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर एरिया और अरब सागर में तैयार हो रहे दूसरे लो-प्रेशर के कारण प्रदेश में बादल छाए हैं। अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के कई संभागों में बारिश हो सकती है। बुधवार से प्रदेश में बारिश शुरू होगी। वहीं इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर-चंबल संभागों में कहीं-कहीं अच्छी बारिश होगी, जबकि भोपाल में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान जताया है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाओं के साथ ओले गिर सकते हैं।
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इसका असर प्रदेश भर में देखा जाएगा। बारिश के कारण धुंध और कोहरा छाने से विजिबिलिटी एक किलोमीटर से कम हो सकती है। यह स्थिति 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक रहेगी। बादल छंटने के बाद अचानक से रात का पारा नीचे आएगा। जिससे ठंड भी बढ़ेगी हालांकि, अधिकतम तापमान ज्यादा नीचे नहीं आएगा। अगला पश्चिमी विक्षोभ 4 दिसंबर को आ सकता है। अगर यह सक्रिय होता है, तो तापमान में तीन दिन सर्दी नहीं बढ़ेगी। इसके जाने के बाद फिर ठंड बढ़ने लगेगी। हालांकि अभी हल्की ठंड बनी रहेगी।
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