Home आस्था Chandra Grahan: साल के अंतिम चंद्र ग्रहण का कब लग रहा है...

Chandra Grahan: साल के अंतिम चंद्र ग्रहण का कब लग रहा है सूतक, इन बातों का रखें खास ध्यान

नई दिल्लीः कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के दिन 8 नवंबर को भरणी नक्षत्र व मेष राशि में इस वर्ष का दूसरा व अंतिम खग्रास चंद्रग्रहण लगेगा। स्नान-दान की यह पूर्णिमा सर्वार्थ सिद्धि योग में मनायी जायेगी। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक चंद्रग्रहण में गंगा स्नान से एक हजार वाजस्नेय यज्ञ के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। इसीलिए ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान व घरों में इसका छिड़काव किया जाता है।

चंद्र ग्रहण का समय
चंद्र ग्रहण संध्या काल के समय 05.10 बजे से शुरू होगा और 06.19 बजे खत्म होगा। चंद्रग्रहण लगने के 9 घंटे पहले सूतक लग जाएगा। ग्रहण के दौरान यदि अंश कला विकला की गणना से देखें तो चंद्रमा भरणी नक्षत्र के तीसरे चरण तथा 22 अंश व 28 कला पर अवस्थित रहेगा। वहीं राहु 18 अंश 51 कला भरणी नक्षत्र के दूसरे चरण में रहेगा। इस दृष्टि ये यह ग्रहण की श्रेणी में तो आएगा, किंतु इसका नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

ये भी पढ़ें..बैकुण्ठ चतुदर्शी पर एक साथ होती है भगवान विष्णु और शिव की पूजा, जानें कथा

चंद्रग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान सोने से व्यक्ति में रोग बढ़ने की आशंका रहती है।

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा जब ग्रहण चल रहा हो उस समय किसी भी नुकीली और धारदार चीज के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

चंद्रग्रहण काल के समय पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए। मन ही मन में अपने इष्ट देव की उपासना कर सकते हैं।

चंद्रग्रहण के बाद स्नान और दान का भी विशेष महत्व होता है। चंद्रग्रहण के बाद पानी में थोड़ा गंगाजल मिलाकर स्नान कर दान करना बहुत शुभ माना जाता है। ब्राह्मण, गुरु और गरीबों को दान अति लाभप्रद होता है।

भगवान शंकर व मां दुर्गा की आराधना काफी शुभ एवं कल्याणप्रद होती है। इस दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र के जप से ग्रहण के बुरे प्रभावों का असर नहीं पड़ता है। साथ ही “ॐ क्षीरपुत्राय विद्महे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चन्द्रः प्रचोदयात’’ का भी जप करें।

अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…

Exit mobile version