इन दो कारणों से महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा सर्वाइकल कैंसर

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cervical-cancer
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मीरजापुरः जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में मंगलवार को जिला कारागार में निरुद्ध महिला बंदियों के हितार्थ सेनेटरी नैपकिन एवं सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) से संबंधित जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन अपर जिला जज व सचिव लालबाबू यादव व प्रभारी जेल अधीक्षक आशुतोष कुमार मिश्र ने संयुक्त रूप से किया।

अभाव व संकोच के चलते बढ़ रही बीमारी

अपर जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने महिला बंदियों एवं सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की बीमारी तेजी से फैल रही है। इसका कारण महिलाओं में जानकारी की कमी और झिझक है। उन्होंने बताया कि गर्भाशय संबंधी रोग महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर का ही एक रूप है। सर्वाइकल कैंसर के निदान, उपचार और जानकारी के लिए बेझिझक डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अपनी समस्या के बारे में बताना चाहिए ताकि समय रहते इस बीमारी का इलाज किया जा सके। जब झिझक के कारण यह रोग लाइलाज हो जाता है तो बहुत परेशानी होती है।

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विशेषज्ञ डॉ. बीपी सिंह, डॉ. रश्मी गुप्ता, सहयोगी शबाबानो, शैलजा तिवारी ने बताया कि भारत में गर्भाशय का कैंसर सबसे अधिक 30 से 55 वर्ष की महिलाओं में पाया जाता है। इसके अलावा महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा कैंसर मासिक धर्म की समस्या, गर्भाशय में गांठ और गैर संचारी रोग एचआईवी के कारण पाया जा रहा है। समय-समय पर इसकी जांच जरूरी है। मंडलीय अस्पताल में सभी बीमारियों की जांच नि:शुल्क की जाती है। प्रभारी जेल अधीक्षक आशुतोष कुमार मिश्रा, डिप्टी जेलर स्मिता भाटिया, डिप्टी जेलर सुमन रानी ने अतिथियों का स्वागत किया। बताया कि जिन महिला बंदियों को दिक्कत होगी उनकी जिला कारागार में नि:शुल्क जांच व इलाज किया जाएगा।

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