नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2025-26 के लिए सभी अनिवार्य फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने आज MSP में वृद्धि को मंजूरी दे दी। कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विन वैष्णव ने कहा कि सरकार ने उत्पादकों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए MSP में वृद्धि की है।
किस फलस पर कितनी बढ़ी MSP
सबसे ज्यादा बढ़ोतरी रेपसीड और सरसों में 300 रुपये प्रति क्विंटल की गई है। फैसलों के मुताबिक, गेहूं पर MSP में 150 रुपये की बढ़ोतरी की गई है और अब यह पिछले साल के 2,275 रुपये से बढ़कर इस साल 2,425 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। जौ पर MSP में 130 रुपये की बढ़ोतरी की गई है और यह 1850 रुपये से बढ़कर 1980 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। चने पर MSP में 210 रुपये की बढ़ोतरी की गई है और यह 5440 रुपये से बढ़कर 5650 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। दालों के एमएसपी में 275 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। यह 6425 रुपये से बढ़कर 6700 रुपये हो गई है। रेपसीड और सरसों के एमएसपी में 140 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जो पिछले साल के मुकाबले 5800 रुपये से बढ़कर 5940 रुपये हो गई है।
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उत्तर प्रदेश को रेल परियोजना की मंजूरी
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मालवीय ब्रिज 137 साल पुराना है। अब एक नया पुल बनाने का फैसला किया गया है, जिसमें निचले डेक पर 4 रेलवे लाइन और ऊपरी डेक पर 6 लेन का हाईवे होगा। यातायात क्षमता के लिहाज से इसे दुनिया के सबसे बड़े पुलों में गिना जाएगा। यह पुल वाराणसी में 2642 करोड़ रुपये की लागत से चार साल में बनकर तैयार होगा। पुल को अगले 150 साल को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जा रहा है। प्रस्तावित मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना परिचालन को आसान बनाएगी और भीड़भाड़ को कम करेगी, जिससे भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्त खंडों पर आवश्यक बुनियादी ढांचे का विकास होगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के वाराणसी और चंदौली जिलों से होकर गुजरती है।
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