नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए थर्मल पावर प्लांटों के पास 19 दिनों तक उत्पादन जारी रखने के लिए पर्याप्त कोयला है। कोयला मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। भीषण गर्मी के कारण पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण भारत में ऊर्जा की मांग 250 गीगावाट के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है।
कोयला मंत्रालय ने क्या कहा?
ऐसे में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सरकार बिजली संयंत्रों को निर्बाध कोयला आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। इससे बिजली संयंत्रों के पास बिजली उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला है। मंत्रालय ने बताया कि थर्मल पावर प्लांटों के पास 45 मीट्रिक टन से अधिक कोयला भंडार है, जो पिछले साल की तुलना में 30 फीसदी अधिक है। इस कोयले की मदद से 19 दिनों तक बिजली की मांग को आसानी से पूरा किया जा सकता है।
मई महीने में थर्मल पावर प्लांट प्रतिदिन करीब 10 हजार टन कोयले की खपत करते हैं। कोयले के उत्पादन में सालाना आधार पर 8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खदानों में 100 मीट्रिक टन से अधिक का स्टॉक है। इससे ऊर्जा उत्पादन के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध हो रहा है।
इन बंदरगाहों पर आ रहा कोयला
रेल मंत्रालय ने रेलवे रैक की दैनिक उपलब्धता में 9 प्रतिशत की वृद्धि भी सुनिश्चित की है। मंत्रालय ने कहा, “पहले केवल पारादीप बंदरगाह से ही कोयला परिवहन किया जाता था, लेकिन सरकार की कोयला रसद नीति के तहत अब धामरा और गंगावरण बंदरगाह पर भी कोयला आ रहा है। मंत्रालय ने आगे कहा कि मानसून सीजन को देखते हुए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं और 42 मीट्रिक टन से अधिक कोयला भंडारण में रखा जाएगा।