नई दिल्लीः केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में 16 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। मामला अरुणाचल प्रदेश में इंजीनियरिंग पद भर्ती परीक्षा में पेपर लीक (paper leak) होने का है। अरुणाचल प्रदेश सरकार ने पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के चार सदस्यों को भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के दो महीने बाद निलंबित कर दिया था।
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27-27 अगस्त को आयोजित हुई थी परीक्षा
पेपर लीक (paper leak) मामले में राज्य पुलिस ने अब तक एपीपीएससी के उप सचिव-सह-डिप्टी कंट्रोलर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। एपीपीएससी ने सहायक अभियंता (सिविल) के पद के लिए 26 और 27 अगस्त को परीक्षा आयोजित की थी। एक सूत्र ने कहा कि सीबीआई के अधिकारियों ने तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, अरुणाचल प्रदेश के कार्यकारी मजिस्ट्रेट, भारतीय स्टेट बैंक के कार्यकारी अभियंता, हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव सहित अन्य के नकली टिकटों सहित लेख बरामद किए। सबसे पहले जेजू इंस्टीट्यूट, ईटानगर के अखिलेश यादव और एपीपीएससी के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
हाल ही में सीबीआई को सौंपा गया था मामला
मुख्यमंत्री पेमा खांडू के निर्देशों के बाद राज्य सरकार ने हाल ही में मामला सीबीआई को सौंप दिया, जिसने एक मामला भी दर्ज किया और एक संयुक्त निदेशक की अध्यक्षता में केंद्रीय जांच एजेंसी की एक टीम ने पिछले सप्ताह इटानगर का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार राज्य के लोगों के व्यापक हित में एपीपीएससी की सफाई की प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। खांडू ने कहा था कि राज्य सरकार ने पहले दिन से ही पूरे एपीपीएससी में बदलाव करने और विभिन्न पदों के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करने के अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं।
एपीपीएससी के अध्यक्ष ने दिया था इस्तीफा
एपीपीएससी के अध्यक्ष निपो नबाम ने 14 अक्टूबर को आयोग के अधिकारी की चूक और आयोग की तरफ से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। एंटी करप्शन फाउंडेशन समेत कई संगठन सहायक अभियंता (सिविल) के पद के लिए हालिया परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र लीक होने की खबर के लिए एपीपीएससी अध्यक्ष, सचिव और अन्य अधिकारियों को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कथित लीक की पारदर्शी जांच की भी मांग की है। परीक्षा 28 अगस्त को हुई थी। एक उम्मीदवार ने इटानगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें उसने शिकायत की थी कि एपीपीएससी के प्रश्नपत्र लीक हो गए थे।
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