नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को नेशनल हेरॉल्ड मामले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इसका उद्देश्य ऋण की आड़ में बहुत बड़ी संपत्ति पर अपना अधिग्रहण करना था। भाजपा प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार विकास का मार्ग प्रशस्त कर रही है। लेकिन इस देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें जब तक कार्यों में विघ्न डालने का मौका नहीं मिलता, उन्हें असुविधा होने लगती है। कांग्रेस इसी ही विघ्न संतोषी मनोवृत्ति की पार्टी है।
उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति में भ्रष्टाचार, परिवारवाद और घातक तुष्टिकरण से भरे हुए अल्पसंख्यकवाद के युग प्रवर्तक और सभी तथाकथित सेकुलर दलों के पथ प्रदर्शक कांग्रेस पार्टी यदा कदा प्रवचनों की मुद्रा में रहती है और किसी न किसी प्रकार से निराधार आरोप लगाने की चेष्टा करती है।
त्रिवेदी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में कुल 90 करोड़ रुपये का ऋण था। ये ऋण कांग्रेस पार्टी का वो संगठन नहीं चुका सका था, जिसके 3 अखबार चलते थे। उसी समय राजीव गांधी फाउंडेशन को 100 करोड़ रुपये की सहायता पहुंचती है। चीन के दूतावास से भी आर्थिक सहयोग मिलता है। इतनी सारी आर्थिक सहायता राजीव गांधी फाउंडेशन को आप कांग्रेस नेता दिला सकते थे, तो नेशनल हेराल्ड को क्यों नहीं ? उन्होंने कहा कि इसका अर्थ है कि कांग्रेस की मंशा इधर भी धन संचित करने की थी और उधर ऋण की आड़ में भी बहुत बड़ी संपत्ति पर अपना अधिग्रहण करना था।
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भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व अध्यक्ष भ्रष्टाचार के आरोप में आज बेल पर हैं। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या ये स्थिति कांग्रेस को किसी भी प्रकार का नैतिक आधार देती है कि वो देश के विषय में कुछ बोल सकें?
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