लखीसरायः बिहार (Bihar) के लखीसराय जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां कवैया थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह अर्घ्य देकर लौट रहे एक परिवार के छह लोगों को गोली मार दी गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे किसी सनकी आशिक की करतूत बता रही है। घटना के बाद से आरोपी फरार बताया जा रहा है। इस घटना के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता और लखीसराय विधायक विजय कुमार सिन्हा गुस्से में हैं।
उगते सूर्य को अर्घ्य देकर लौट रहा था परिवार
पुलिस के अनुसार, कवैया थाना क्षेत्र में छठ पर्व के अवसर पर शशि भूषण झा के परिवार के सदस्य उगते सूर्य को अर्घ्य देकर लौट रहे थे, तभी पहले से घात लगाये आशीष चौधरी नामक युवक ने एक-एक कर छह लोगों को गोली मार दी। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक आपस में लड़की व उसके दो शामिल हैं।
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंजाबी मुहल्ला वार्ड संख्या 15 निवासी आशीष चौधरी ने गोलीबारी की, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गयी। मृतकों की पहचान चंदन झा (31), राजनंदन झा (31) और दुर्गा कुमारी के रूप में की गई है। इस घटना में प्रीति देवी, शशि भूषण झा और लवली देवी घायल हो गयीं, जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लखीसराय भेजा गया। डॉक्टरों ने सभी को बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया है।
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित
पुलिस के मुताबिक गोली चलाने वाला आरोपी शशि भूषण झा का पड़ोसी भी है। लखीसराय के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि आशीष चौधरी घर के सामने रहने वाली लड़की से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था। उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले भी उनका इस परिवार से झगड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि लड़की के परिजन इस शादी का विरोध कर रहे थे, जिससे नाराज होकर युवक ने लड़की के परिजनों पर गोली चला दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है और संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
घटना पर भड़के विपक्षी नेता
इस घटना के बाद स्थानीय विधायक और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा गुस्से में हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में गुंडाराज चल रहा है। दिनदहाड़े ऐसी घटनाएं हो रही हैं, अपराधी फरार हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। सत्ता संरक्षित अपराधी को बचाने का खेल चल रहा है, इस अपराध में शराब और बालू माफिया गिरोह के लोग शामिल हैं। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। स्थानीय प्रशासन सत्ता से जुड़े लोगों को बचाने और मामले को भटकाने में लगा हुआ है।
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