कोलकाता: राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो( सीबीआई) की टीम ने गुरुवार को कालीघाट के काकू के घर छापेमारी की। जिसमें सामने आाय कि उसका असली नाम सुजय कृष्ण भद्र है । तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित युवक नेता कुंतल घोष से पूछताछ में पता चला कि उसने नियुक्ति के लिए परीक्षार्थियों से पैसे वसूल कर कालीघाट के काकू भेज दिया था, जहां से अवैध नियुक्तियां कराने वालों को भेज दिया गया। इससे पहले भी काकू से कई बार पूछताछ हो चुकी है । इसके अलावा उनके बैंक में हुए लेन- देन के दस्तावेज भी केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने देखे हैं। उसके बाद गुरुवार सुबह करीब नौ बजे सीबीआई की टीम केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के सुरक्षा दस्ते के साथ उनके घर पहुंची. इसमें सात अधिकारियों की टीम शामिल है ।
सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि उनके घर के सभी दरवाजे बंद थे। छापेमारी में पता चला कि इसे अंदर से बंद कर दिया जाता है ताकि कोई बाहर से अंदर न आ सके और कोई अंदर से बाहर न जा सके । कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए स्थानीय कालीघाट थाने की पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि दोपहर 2 बजे तक कई अहम दस्तावेज बरामद हुए जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी बाहर आए। उसके घर से कुछ कैश बरामद हुआ है । इसके अलावा एडमिट कार्ड मिल चुका है । काकू ने भी इसकी पुष्टि भी की । उन्होंने बताया कि मेरी भाभी के बेटे का एडमिट कार्ड पड़ा हुआ था जो शिक्षक नियुक्ति से संबंधित था। सीबीआई की टीम उसे ले गई है ।
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उल्लेखनीय है कि कालीघाट की काकू का सीधा संबंध मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से है । वह बनर्जी के लिए ही काम करता रहा है, इसलिए उसके घर पर छापेमारी को काफी अहम माना जा रहा है।
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