श्राद्ध में बचा दूषित भोजन खाने से 12 लोगों की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

श्राद्ध
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भरतपुरः राजस्थान के भरतपुर में कुम्हेर थाना क्षेत्र के सैह गांव में दूषित भोजन खाने से करीब 12 लोग फूड पाइजनिंग का शिकार हो गए। उन्हें इलाज के लिए कुम्हेर सीएचसी में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों के अनुसार सूरज गुर्जर नाम के एक व्यक्ति के यहां 25 सितम्बर को श्राद्ध में बचे खाने को रख दिया गया था। उस बचे हुए खाने को रविवार को परिवार के सदस्यों के खाने के बाद कुछ पड़ौसियों को बांट दिया गया था।

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दूषित भोजन को खाने के बाद अचानक सैह निवासी पप्पू,मनु, प्रियंका, तनु, रजीता, निखिल, ब्रजलता, सुनीता, मोना, सूरजभान, संगीता, अनीता की तबीयत बिगड़ने लगी और उल्टी दस्त होने लगे। सभी को कुम्हेर सीएचसी इलाज के लिए लाया गया। सीएचसी प्रभारी डॉ जीतेन्द्र सिंह फौजदार ने बताया कि सभी फूड पॉइजनिंग के शिकार व्यक्तियों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। अभी सभी खतरे से बाहर है।

15 दिनों तक चलता श्राद्ध

गौरतलब है कि पितृ पक्ष यानि 15 दिन तक चलने वाले श्राद्ध में पितरों को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण भोज कराया जाता है। 20 सितंबर से 6 अक्टूबर तक चलने वाले पितृ पक्ष में श्राद्ध की तिथि पर ब्राह्मण को निमंत्रण दिया जाता है। मान्यता है कि ब्राह्मणों के मुख के द्वारा ही देवता हव्य और पितर कव्य ग्रहण करते हैं। पितरों के नाम का दान कर सकते हैं, लेकिन अगर संभव नहीं है तो श्राद्ध की तिथि के दिन ही विधिवत श्राद्ध कर्म कर सकते हैं। ऐसे में अगर उनके श्राद्ध कर्म में कोई भी कमी रह जाती है तो वे नाराज हो कर लौट जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई परेशानियों का सामना कर पड़ सकता है।

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