Bhairav Ashtami 2024 , वाराणसी: मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर शनिवार को काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव समेत सभी भैरव मंदिरों में भैरवाष्टमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भैरवाष्टमी पर बाबा की विशेष झांकी के दर्शन के लिए भोर से ही भक्तों की भारी भीड़ कालभैरव मंदिर में उमड़ रही है। कालभैरव दरबार में जन्मोत्सव पर बाबा की मूर्ति का 101 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। मंदिर के पुजारियों ने बाबा की मूर्ति का विशेष श्रृंगार किया और मदिरा का भोग लगाया। देर रात दरबार में सवा लाख दीपों से महाआरती होगी।
Bhairav Ashtami 2024: पंचाभिषेक कर जन्मोत्सव की शुभ शुरुआत
इससे पहले पंडित मोहित योगेश्वर के आचार्यत्व में बाबा का पंचाभिषेक कर जन्मोत्सव की शुभ शुरुआत की गई। काल भैरव मंदिर परिवार की ओर से रोहित योगेश्वर, मोहित योगेश्वर, आशीष कुमार, धर्मेंद्र नाथ योगी, प्रकाश नाथ ने प्रसाद चढ़ाने और वितरण में सहयोग किया। पुजारी संतोष, पुजारी रमेश, महंत व संरक्षक कैलाश नाथ दुबे, सुरेन्द्र दुबे, महेन्द्र नाथ दुबे आदि ने सामूहिक रूप से काल भैरव की पूजा अर्चना कर सम्पूर्ण राष्ट्र की खुशहाली की कामना की।
1100 किलो का काटा जाएगा केक
बाबा की मध्यान्ह आरती में शुद्ध देशी घी की मिठाई, फल व पंचमेवा से बना 1100 किलो का केक काटा जाएगा। शाम को भैरवनाथ तिराहा पर विशाल भण्डार का आयोजन होगा तथा शाम को मंदिर में भजनों से कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। रात्रि 12 बजे से बाबा के स्वरूप के दर्शन होने लगेंगे। तथा रात्रि 1.30 बजे महाआरती के बाद महोत्सव का समापन होगा। दूसरी ओर, महाभैरवाष्टमी के शुभ अवसर पर,लाटभैरव काशी यात्रा मंडल के तत्वावधान में कज्जाकपुरा स्थित कपालभैरव एवं लाटभैरव मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद सैकड़ों भैरव भक्तों ने बाबा कपालभैरव के समक्ष संकल्प लेकर अष्टभैरव प्रदक्षिणा यात्रा शुरू की।
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यात्रा में शामिल भैरव भक्त नंगे पैर डमरू व शंख की ध्वनि के साथ हर-हर महादेव व भैरव का जयकारा लगाते हुए चल रहे थे। यात्रा कज्जाकपुरा से शुरू हुई और महामृत्युंजय महादेव मंदिर परिसर में श्री असितांग भैरव, त्रिलोचन घाट पर श्री संहार भैरव, नखाश में श्री भीषण भैरव, बटुक भैरव मंदिर में उन्मत भैरव, कामच्छा मंदिर में क्रोधन भैरव, दुर्गाकुंड में दुर्गा मंदिर में चंद भैरव, हनुमान घाट पर रुद्र भैरव के दर्शन के साथ समाप्त होगी।
भैरव मंदिर में सजाई गई बाबा की दिव्य झांकी
महा भैरव अष्टमी के पावन अवसर पर आसभैरव चौक पर श्री श्री 1008 आसभैरव बाबा का जन्मोत्सव शनिवार को उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया जा रहा है। दरबार में बाबा की प्रतिमा को पंचामृत स्नान के बाद विधिवत श्रृंगार कर नवीन वस्त्र धारण कराए गए। इसके बाद भैरव अष्टम का पाठ कर महाआरती की गई। मंदिर प्रबंधन के अनुसार सुबह 10 बजे से भैरव अष्टम का पाठ चल रहा है। यह दोपहर 1 बजे तक चलेगा। दोपहर 1 बजे से रात तक बाबा की झांकी के दर्शन होंगे। चूंकि भैरव बाबा का जन्मोत्सव मध्य रात्रि 12 बजे होगा। दोपहर 12.10 बजे बाबा की महाआरती होगी।