कोलकाताः पश्चिम बंगाल की कोलकाता पुलिस ने राज्य विधानसभा परिसर में राष्ट्रगान का कथित तौर पर “अपमान” करने के आरोप में गुरुवार को हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में 12 भाजपा (BJP) विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। विधायकों में पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) सुवेंदु अधिकारी और सदन में पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा भी शामिल हैं।
ये है पूरा मामला
दरअसल इस उपद्रव की शुरुआत बुधवार दोपहर को तब हुई जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में काले कपड़े पहने तृणमूल कांग्रेस के विधायक बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वे विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत राज्य सरकार को केंद्रीय बकाया का भुगतान न करने के खिलाफ विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
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सीएम ममता बनर्जी के शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
विरोध सत्र के अंत में, विपक्ष के नेता के नेतृत्व में भाजपा विधायकों का एक समूह पार्टी की मेगा रैली के लिए विधानसभा परिसर पहुंचा, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाग लिया। विपक्ष के नेता समेत अन्य विधायक विरोध प्रदर्शन की ओर इशारा करते हुए चोर-चोर के नारे लगाते दिखे। बाद में मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय से शिकायत की कि जब सत्ता पक्ष के विधायक राष्ट्रगान गा रहे थे, तब भाजपा विधायक ये नारे लगा रहे थे और इसलिए यह उनका अपमान है।
उन्होंने स्पीकर से इस मामले में जरूरी कानूनी कदम उठाने का भी अनुरोध किया। स्पीकर ने तुरंत कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (सेंट्रल डिवीजन) को बुलाया, जिसके अधिकार क्षेत्र में राज्य विधानसभा आती है, और तीन तृणमूल कांग्रेस विधायकों ने इस संबंध में एक शिकायत पत्र उन्हें सौंपा। इस शिकायत के आधार पर 12 बीजेपी विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
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