धर्मशाला: उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने जिला के समस्त विकास खंडों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए पंचायतों में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को लेकर काम करने पर जोर दिया। साथ ही सभी बीडीओ को इसके बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। शनिवार को आयोजित इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल सहित जिला के सभी खंड विकास अधिकारियों, डीआरडीए, योजना और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
उपायुक्त ने सभी विकास खंड अधिकारियों को ग्रामीण विकास से जुड़े कामों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए खंड विकास अधिकारियों की भूमिका अहम होती है। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को विकास के तय लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिये।
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उपायुक्त ने बताया कि पंचायतों में प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन, जिसमें कृषि, सिंचाई, जल प्रबंधन, पौधारोपण जैसे विभिन्न कार्य आते हैं, उन्हें प्राथमिकता से करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के 9134 कार्य प्रगति पर हैं, जोकि कुल कार्यों के लगभग 55 प्रतिशत है। उपायुक्त ने बैठक में निर्देश दिए कि पंचायतों में पर्यावरण तथा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और जल प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए पलास्टिक कचरे का प्रबंधन भी बेहद आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सभी ब्लाॅकों में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के लिए प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। जिसमें भवारना पंचायत की कलूंड पंचायत में इसका क्रियान्वयन हो गया है। उन्होंने बाकी विकास खंडों में भी इसके शीघ्र निर्माण के निर्देश दिए।
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