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Bank Loan: बैंक से लेना चाहते हैं लोन, जानें ऋण लेने का तरीका

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Bank-loan नई दिल्लीः हर किसी की लाइफ में एक बार ऐसा समय आता है जब उसे पैसों की ज्यादा जरूरत होती है। वह किसी भी वजह से हो सकती है। इस आर्थिक संकट के दौर में व्यक्ति अपने परिजनों, नजदीकी रिश्तेदारों या फिर दोस्तों से मदद मांगता है। अगर यहां से उसे मदद मिल जाती है तो उस व्यक्ति के लिए काफी सहूलियत हो जाती है और वह अपने रूके हुए कार्य को उस धनराशि से पूरा कर लेता है। वहीं इस मुश्किल की घड़ी में अगर कोई उस व्यक्ति की आर्थिक मदद नहीं कर पाता तो उसकी समस्याएं यथावत हो जाती है और फिर हो सकता है कि वह इस वजह से किसी और गंभीर समस्या में उलझ जाए। ऐसे में आप बैंक से लोन (Bank Loan) के माध्यम से मदद ले सकते हैं। बैंक से लोन (Bank Loan) के रूप में धन प्राप्त कर आपातकालीन स्थिति को संभाल सकते हैं। आज के दौर में ऐसे कई विज्ञापन भी देखने को मिलते हैं जहां कम इंटरेस्ट रेट (Interest Rate) पर लोन (Loan) उपलब्ध कराये जाते हैं। पर ऐसे विज्ञापनों के बहकावे में न आते हुए संबंधित बैंक जाकर लोन की सभी जानकारी हासिल करें और इसके बाद ही लोन लें। आइए जानते है बैंक से लोन लेने से संबंधित सभी जानकारियां- क्या होता है लोन (What is Loan) व्यक्ति को किसी भी प्रयोजन की पूर्ति के लिए लोन (Loan) की जरूरत पड़ सकती है। घर बनवाना हो, बिजनेस शुरू करना हो, शादी, बच्चों की पढ़ाई या फिर चिकित्सा। किसी भी जरूरत को पूरा करने के लिए आप बैंक से ऋण (Bank Loan) के रूप में धनराशि प्राप्त कर सकते हैं। इस ऋण से अपने जीवन की किसी भी आवश्यकता की पूर्ति कर सकते हैं। ऋण (Loan) हमेशा किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ही लिया जाता है, जिसे अनिवार्य रूप से करना होता है। बैंक और विभिन्न प्रकार की वित्तीय संस्थान लोगों को उनके प्रयोजन को सिद्ध करने के लिए ऋण (Loan) उपलब्ध कराते हैं। लोन के प्रकार (Loan Type) मैरिज लोन (Marriage Loan) भारत में विवाह के आयोजन पर भी सोच से ज्यादा ही खर्च करना पड़ता है। किसी के लिए विवाह पर अपनी सारी जमापूंजी खर्च करना समझदारी नहीं होती है। इसके साथ ही कभी-कभी विवाह के लिए पैसों की जरूरत को लोन के जरिए पूरा किया जा सकता है। बाद में बैंक से ली गयी धनराशि को किस्तों में पूरा कर अदा किया जा सकता है। एजुकेशन लोन (Education Loan) अगर आप स्वयं, अपने बच्चे या फिर अपने किसी स्वजन को हायर एजूकेशन के लिए विदेश भेजना चाहत हैं। लेकिन इस कार्य में धनराशि बाधा बन रही है तो फिर बैंक से लोन (Bank Loan) एक सरल माध्यम है। बैंक से लोन (Bank Loan) लेकर अपने हायर एजूकेशन की सभी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। मेडिकल लोन (Medical Loan) बीमारी किसी को भी और कभी भी हो सकती है। ऐसे में यदि आपके परिवार के किसी सदस्य या फिर स्वयं की कोई मेडिकल इमरजेंसी आती है तो फिर मेडिकल लोन के माध्यम से चिकित्सा की सभी खर्च को पूरा किया जा सकता है। गृह निर्माण या रेनोवेशन लोन (Home Construction or Renovation Loan) घर बनवाने (Home Construction) या फिर उसके रेनोवेशन (Renovation) करने के लिए भी अधिक धनराशि की जरूरत पड़ती है। ऐसे में इस कार्य के लिए आप बैंक से मदद ले सकते हैं। बैंक से अपनी आवश्यकतानुसार धनराशि लेकर आप गृह निर्माण (Home Construction) या फिर उसका रेनोवेशन का कार्य पूरा करा सकते हैं। ट्रेवल लोन (Travel Loan) अगर आप अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने देश या फिर विदेश में किसी जगह जाना चाहते हैं और पैसे की कमी इस खुशी में बाधा बन रही है। तो फिर बैंक आपकी इस समस्या का समाधान झटपट कर सकता है। आप बैंक से पर्सनल लोन के माध्यम से ऋण ले सकते हैं और अपने परिवार की खुशियों को दोगुना कर सकता है। डेट कंसोलिडेशन लोन (Debt Consolidation Loan) यदि आप कई सारी छोटी-छोटी ईएमआई (EMI) का भुगतान कर रहे हैं तो फिर इन सब से छुटकारा पाने के लिए डेट कंसोलिडेशन लोन (Debt Consolidation Loan) बैंक से ले सकत है। इसके माध्यम से आप सभी छोटी ईएमआई (EMI) का एक बार में भुगतान कर सकते हैं। इन सभी छोटे-छोटे भुगतान के बाद आप केवल बैंक की किस्तों का भुगतान कर सकते हैं। वाहन ऋण (Vehicle Loan) जब आप किसी वाहन को खरीदने के लिए बैंक से ऋण (Bank Loan) लेते हैं तो उसे वाहन ऋण (Vehicle Loan) कहा जाता है। बैंकों द्वारा वाहन ऋण (Vehicle Loan) फिक्स रेट पर दिया जाता है। फिक्स रेट का अर्थ है जिस समय आप वाहन के लिए लोन ले रहे हैं, उस समय जो ब्याज दर चल रहा है उसी के अनुसार आपको पूरे ऋण का भुगतान करना होगा। जब तक आप पूरे ऋण का भुगतान नहीं कर देते तब तक उस वाहन का मालिकाना हक बैंक के पास होता है। व्यवसायिक ऋण (Business Loan) अगर आप खुद को कोई व्यवसाय (Business) शुरू करना चाह रहे हैं और उसके लिए आवश्यक धन की कमी आड़े आ रही है। तो आप बैंक (Bank) से इस समस्या का समाधान पा सकते हैं। आप अपने व्यवसाय (Business) को शुरू करने के लिए 50 हजार से लेकर 10 लाख रुपए तक का ऋण ले सकते हैं। यहां यह बताते चलें कि व्यापार शुरू करने के लिए लोन की कई श्रेणी हैं। जिसमें बैंक (Bank) आपके उद्योग के आधार पर ऋण (Loan) उपलब्ध कराता है। लोन प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज बैंक से लोन लेने के लिए कुछ दस्तावेजों को जमा करना होता है, जोकि इस प्रकार है- पहचान का प्रमाण ( पासपोर्ट, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड) निवास का प्रमाण (आधार कार्ड, पासपोर्ट, रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट) आय का प्रमाण (पिछले 3 माह की सैलरी स्लिप के साथ-साथ 3 महीने का बैंक स्टेटमेंट) पासपोर्ट साइज की फोटो और मोबाइल नंबर। bank-se-loan-kaise-le लोन के लिए पात्रता (Loan Eligibility) बैंकों से लोन लेने के लिए कुछ नियमों और शर्तों का पालन करना पड़ता है। उन नियमों और शर्तों को पूरा करने के बाद ही बैंक आपके ऋण के आवेदन को स्वीकार करता है। लोन लेने वाले व्यक्ति की आय, एम्प्लॉयमेंट हिस्ट्री और ऋण वापस करने की क्षमता का आकलन बैंक मैनेजर द्वारा किया जाता है और सभी पहलुओं पर गंभीरतापूर्वक विचार करने के बाद लोन को अप्रूव किया जाता है। बैंक से लोन लेने के लिए पात्रता इस प्रकार है- उम्र-आवेदक की न्यूनतम उम्र 18 और अधिकतम 60 वर्ष होनी चाहिए। वेतन-नौकरीपेशा लोगों की न्यूनतम सैलरी 15000 रुपए प्रति माह होनी चाहिए। आवेदन भारत का नागरिक हो। यदि आप व्यापारी हैं तो मंथली इनकम 18 हजार रुपये प्रतिमाह से कम नहीं होनी चाहिए। आवेदक के पास कम से कम 1 वर्ष का कार्य अनुभव होना जरूरी है। बैंक से लोन कैसे लें (How to Take Loan from Bank) बैंक से लोन (Bank loan) के लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन कर सकते हैं, इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है- बैंक से ऋण लेने की ऑफलाइन प्रक्रिया (Offline Process of Taking Loan from Bank) यदि आप लोन के लिए ऑफलाइन माध्यम से आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है- सबसे पहले आपको संबंधित ब्रांच में ब्रांच मैनेजर से लोन लेने के संबंध में बात करनी होगी। ब्रांच मैनेजर आपके रोजगार, निवास, मासिक आय और विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त करेंगे। ब्रांच मैनेजर के सहमत होने पर वह आपको लोन लेने के लिए एक आवेदन फॉर्म देगा। इसके बाद आवेदन फॉर्म को भरने के बाद आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज संलग्न कर बैंक में जमा करना होगा। आपके द्वारा जमा किये गये आवेदन के आधार पर बैंक कर्मचारियों द्वारा आपका निवास, आय और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के दौरान आपकी दी गई जानकारी और दस्तावेज को ठीक से पता चलने के बाद वह अपनी रिपोर्ट बैंक मैनेजर के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इससे बाद बैंक मैनेजर लोन फाइल को कर्ज देने के लिए अप्रूव कर देगा और फिर आपके बैंक अकाउंट में लोन की धनराशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। लोन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया (Online Loan Process) यदि आप लोन लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यहां यह जानकारी करनी होगी कि आपके बैंक (Bank) में ऑनलाइन लोन (Online Loan) की सुविधा उपलब्ध है या नहीं। ऑनलाइन (Online) सुविधा उपलब्ध होने पर आप लोन के लिए ऑनलाइन (Online) आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है- सबसे पहले आप संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाना होगा। अब आपके सामने होम पेज (Home Page) खुलेगा, यहां आपको ऑनलाइन (Online) सेक्शन में लोन के लिए आवेदन करना होगा। आपके सामने एक नया विंडो ओपन होगा, जिसमें सेविंग अकाउंट, होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन आदि कई तरह के ऑप्शन शो होंगे। इन विकल्पों में आपको अपनी जरूरत के लोन पर जाकर क्लिक करना होगा। अब एक नया पेज ओपन होगा, अगर आप बैंक के कस्टमर हैं, तो आप नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, लोन अकाउंट में से किसी एक को सेलेक्ट कर आगे बढ़ सकते हैं। यदि आप बैंक के ग्राहक नहीं हैं, तो आप अतिथि के रूप में कंटीन्यू एज गेस्ट पर जाकर क्लिक करेंगे। अब आपके सामने एक एप्लीकेशन फॉर्म ओपन होगा, यहां आपको आवेदन से संबंधित सभी सूचनाएं सावधानीपूर्वक दर्ज करनी होगी और जरूरी दस्तावेज को अपलोड भी करना होगा। इसके बाद बैंक आपके द्वारा दिये गये सभी विवरणों की जांच करेगा और संतुष्ट होने पर धनराशि आपके द्वारा दिये गये बैंक अकांउट में जमा कर दी जाएगी। लोन लेने में सहायक होता है क्रेडिट स्कोर (Credit Score in Helpful in taking Loan) अगर आप अपनी किसी भी आवश्यकता के लिए बैंक या दूसरे वित्तीय संस्थानों से ऋण लेने के लिए विचार कर रहे हैं तो आपको बैंक (Bank) की सभी शर्तों का पालन करना होगा। साथ ही बैंक से ऋण लेने में क्रेडिट स्कोर (Credit Score) भी बड़ी भूमिका निभाता है। इसे सिबिल स्कोर के नाम से भी जाना जाता है। क्रेडिट स्कोर (Credit Score) 300 से 900 के बीच का एक नंबर होता है, जो वित्तीय संस्थानों के साथ आपके लेन-देन पर आधारित होता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) बेहतर है तो बैंक से लोन मिलने में कोई परेशानी सामने नहीं आएगी। उच्च क्रेडिट स्कोर (Credit Score) बताता है कि जारी किए गए ऋण के डिफॉल्ट होने का जोखिम कम है। ऐसे में वित्तीय संस्थानों द्वारा लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को कम ब्याज दर पर लोन जारी किया जा सकता है। दूसरी ओर, कम क्रेडिट स्कोर (Credit Score) की स्थिति में, ऋण जारी नहीं होने या अधिक ब्याज दर पर जारी किए जाने की संभावना होती है। ऐसे में लोन लेने वाले व्यक्ति की मासिक किस्त यानी ईएमआई (EMI) ज्यादा होने और काफी महंगी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए यह अधिक महत्वपूर्ण है कि आप अपने क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को बेहतर बनाए रखें क्योंकि इसका मूल्य ऋण और उसकी ब्याज दर को बहुत प्रभावित करता है। bank-loan-ka-tarika लोन लेने में कैसे मददगार है क्रेडिट स्कोर जब आप किसी बैंक में गृह ऋण (Home Loan) के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक क्रेडिट एजेंसियों से आपका क्रेडिट स्कोर प्राप्त करता है और फिर बैंक आपकी मासिक आय, रोजगार जैसे सभी आवश्यक विवरणों के साथ पहले लिए गए ऋण को चुकाने के रिकॉर्ड की जांच करते हैं। बैंक उन कर्जदारों को तरजीह देते हैं जिनका क्रेडिट रिकॉर्ड (Credit Record) साफ होता है। ऐसे मानकों को अपनाने से वित्तीय संस्थानों के लिए जोखिम का जोखिम कम हो जाता है। और यह डिफॉल्ट ग्राहकों से बचने में मदद करता है। क्रेडिट स्कोर (Credit Score) आधारित गृह ऋण क्रेडिट स्कोर (Credit Score) के महत्व का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि कुछ बैंक लोन (Bank Loan) के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर के आधार पर होम लोन की ब्याज दर की पेशकश करते हैं। इसलिए, उच्च क्रेडिट स्कोर (Credit Score) वाले लोगों को उपलब्ध बैंक ऋण ब्याज दरों की तुलना में सस्ती दरों पर ऋण देने में प्राथमिकता दी जाती है। यदि आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा है, तो आप सस्ती ब्याज दरों पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में आप होम लोन (Home Loan) पर लागू ब्याज लागत पर बचत कर सकते हैं। अच्छा क्रेडिट स्कोर (Credit Score) आपको पैसे बचाने में मदद कर सकता है। यह सलाह दी जाती है कि लोन लेने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर, आवश्यक दस्तावेजों और भुगतान क्षमता की जांच कर लें। यदि आप अपना होम लोन (Home Loan) समय पर चुकाने में असमर्थ हैं, तो आपको मासिक किस्त, लागू ब्याज और उस पेनल्टी का भुगतान करना होगा। आपका आर्थिक बोझ काफी बढ़ जाता है और ऐसे में क्रेडिट स्कोर काफी खराब हो जाता है। होम लोन (Home Loan) डिफॉल्ट होने की स्थिति में बैंक संपत्ति की नीलामी कर उसकी वसूली कर सकते हैं। अगर आप 15 से 20 साल की लोन अवधि चुनते हैं तो लंबे समय तक वित्तीय अनुशासन का ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसका मतलब है कि लोन अवधि के भीतर, आपको समय पर मासिक किस्त और लागू ब्याज का भुगतान करना होगा।