नई दिल्ली: बैडमिंटन के दिग्गज खिलाड़ी नंदू नाटेकर का बुधवार को पुणे में निधन हो गया। वह 88 साल के थे। नाटेकर पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी थे जिन्होंने 1956 में अंतराराष्ट्रीय इवेंट जीता था। छह बार राष्ट्रीय एकल विजेता रहने वाले नाटेकर ने 20 साल की उम्र में डेब्यू किया था। 1951 से 1963 तक, करीब दस साल तक थॉमस कप पुरुष चैंपियनशिप में भारत की अगुवाई भी की थी।
पीएम मोदी ने नंदू नाटेकर को ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा 'नंदू नाटेकर का भारत के खेल इतिहास में एक विशेष स्थान है। वो एक उत्कृष्ट बैडमिंटन खिलाड़ी और एक महान संरक्षक थे। उनकी सफलता नवोदित एथलीटों को प्रेरित करती रहती है। उनके निधन से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं। शांति।'
Shri Nandu Natekar has a special place in India’s sporting history. He was an outstanding badminton player and a great mentor. His success continues to motivate budding athletes. Saddened by his demise. My thoughts are with his family and friends in this sad hour. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2021
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महाराष्ट्र के सांगली में 1933 में जन्मे नाटेकर ने बैडमिटंन खेलने से पहले, टेनिस खेलना शुरू कि या और टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी रामनाथन कृष्णन के खिलाफ जूनियर नेशनल फाइनल में भी पहुंचे पर फिर बाद में उन्होंने बैडमिंटन करियर पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया। 1961 में अर्जुन पुरस्कार पाने वाले नाटेकर कौशल और स्ट्रोक दोनो में माहिर खिलाड़ी थे और अपने खेल को बहुत सफाई से खेलने के लिए जाने जाते थे।
उन्होंने भारतीय बैडमिंटन के लिए कई इतिहास रचा उनमें से एक जब उन्होंने 1956 में कुआलालंपुर में सेलांगोर अंतर्राष्ट्रीय खिताब पर कब्जा जमाया। उन्होंने और मीना शाह ने 1962 में बैंकॉक में किंग्स कप इंटरनेशनल में मिश्रित युगल का ताज भी हासिल किया था और इसी इवेंट में एक साल बाद उन्होंने सभी बाधाओं को पार करते हुए एकल खिताब भी जीता था।
दिग्गज शटलर ने अपने 15 साल के करियर के दौरान कई पुरुष युगल और मिश्रित युगल राष्ट्रीय खिताब जीते और 1954 में ऑल इंग्लैंड प्रतियोगिता में क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे। नाटेकर के निधन पर भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) के अध्यक्ष हेमंता बिस्वा सर्मा और महासचिव अजय सिंघानिया ने शोक व्यक्त किया।