Ayodhya: कांग्रेस नेतृत्व सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकराए जाने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। इसी बीच अयोध्या पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां मौजूद लोगों से झड़प हो गई, जिसमें कुछ लोगों ने कांग्रेस का झंडा फाड़कर जमीन पर फेंक दिया। घटना ऐसे वक्त हुई है जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत पार्टी नेताओं का एक समूह रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचा है। उधर, इस घटना से कांग्रेसियों में भारी आक्रोश फैल गया है।
बता दें कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल रामलला के दर्शन कर लौट रहा था इस बीच राम जन्मभूमि पथ पर कुछ लोगों से कांग्रेस नेताओं से बहस हो गई इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने कांग्रेस का झंडा छीना और उसे फाड़कर फेंक दिया। इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सुरक्षाकर्मियों के बीच बचाव के बाद युवकों को वहां से हटाया गया।
इस घटना को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने कहा कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा बीजेपी का कार्यक्रम है। सभी राम भक्तों की अपनी-अपनी आस्था है और वे जब चाहें रामलला के दर्शन करने आ सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि बीजेपी के बुलाने पर ही लोग रामलला के दर्शन करने आएं।
प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने अयोध्या के विकास और पवित्रीकरण के सवाल पर कहा कि आज हम रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आए हैं, रामलला का दर्शन करना कोई राजनीतिक मामला नहीं है, रामलला का मंदिर बनाकर अयोध्या का विकास किया जाना चाहिए। किसी भी तीर्थ क्षेत्र का विकास होना सौभाग्य की बात है।
यह भी पढ़ेंः-इस तस्वीर को शेयर कर सोशल मीडिया पर छाई Rashmika Mandanna
इस दौरान मौके पर मौजूद अयोध्या की महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष रेनू राय ने कहा कि हमारे लोग यहां रामलला के दर्शन करने आये थे। कुछ अराजकतत्वों ने हमारी पार्टी का झंडा छीन लिया और गाली-गलौज करने लगे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमले की कोशिश की गई। जय श्री राम के नारे लगाकर दुर्व्यवहार किया गया। रेनू राय ने कहा कि यह मंदिर किसी एक पार्टी का नहीं है। यह मंदिर सभी लोगों का है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)