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Lucknow: पुलिस के हत्थे चढ़ा ऑटो चालक का हत्यारा

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लखनऊ : पीजीआई थाना क्षेत्र में ऑटो चालक सुभाष पाल की ईटों से कूच कर की गई हत्या का खुलासा आज राजधानी पुलिस ने किया। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी चंदन मिश्रा का पकड़ा जाना पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। पांच दिन पहले ऑटो चालक सुभाष का खून से लथपथ शव पीजीआई थाना क्षेत्र में मिलने से हड़कंप मच गया था। मृतक के भाई रवि ने बताया था कि एक महीने पहले अवैध रूप से आटो स्टैंड चलाने वाले चंदन मिश्रा से आटो स्टैंड चलाने को लेकर झगड़ा हुआ था। परिजनों ने दो नामजद समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पीजीआई इंस्पेक्टर देवेंद्र विक्रम सिंह को अनियमिताओं और मामले में लापरवाही बरतने के चलते निलंबित किया जा चुका है।

मामला बीती रविवार की देर रात तकरीबन सवा बारह बजे पीजीआई थाना क्षेत्र के उतरठिया बाजार का है। बीती 31 जुलाई को तेलीबाग क्षेत्र निवासी सुभाष पाल (25) को दबंगों ने ईटों और लाठी डण्डों से कूचकूच कर मार डाला था। सुभाष जिस ऑटो को चला रहे थे उसको भी बदमाषों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था।

5 लोगों पर दर्ज कराया मुकदमा -

जानकारी के मुताबिक, ऑटो चालक सुभाष पाल तेलीबाग के घोसियाना क्षेत्र का रहने वाला था। सुभाष पाल के साथ उसका बड़ा भाई रवि कुमार पाल भी साथ ही रहता था। मृतक अपने बड़े भाई के साथ दिन में स्कूल की वैन और रात में ऑटो रिक्शा चलाने का काम करता था। परिजनों ने हत्या के आरोप में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बड़े भाई ने आरोप लगाया था कि करीब एक माह पहले अवैध स्टैंड पर शुल्क न देने के चलते कुछ लोगों से सुभाष का झगड़ा हुआ था। भाई ने उन्हीं लोगों पर सुभाष की हत्या का आरोप लगाया था। परिजनों ने पीजीआई कोतवाली में चंदन मिश्रा, दीपक और तीन अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी चंदन मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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पिछले दो साल से चल रहा था विवाद -

चन्दन मिश्रा उर्फ वेदप्रकाश मिश्रा का मृतक सुभाष पाल व उसके भाईयों के साथ पिछले दो सालों से आपसी विवाद चल रहा था। मृतक सुभाष पाल और अभियुक्त चन्दन मिश्रा ऑटो चलाते थे, ऑटोचलाने को लेकर भी दोनों में जलन व रंजिश थी। इसी रंजिश के तहत दिनांक 1 जून को समय करीब रात्रि 10 बजे दोनों पक्षों में विवाद हुआ था जिसमें निरोधात्मक कार्रवाई की गई। इसी क्रम में दिनांक 31 जुलाई को करीब 12 बजे अभियुक्त चन्दन मिश्रा उर्फ वेदप्रकाश मिश्रा व उसके साथी दीपक जायसवाल व मोनू दीक्षित को मृतक सुभाष पाल अपने ऑटो से पीजीआई से उतरेठिया चैराहे की तरफ आता दिखाई दिया तो अभियुक्त व उसके उपरोक्त साथियो द्वारा मोटरसाईकिल मृतक के ऑटो के आटो के आगे लगाकर मृतक के साथ मारपीट की गयी और उसके सिर पर ईटों से कूचकर हत्या कर दी गयी। मामले में दीपक मिश्रा और मोनू दीक्षित का भी नाम सामने आया है। इनकी तलाश की जा रही है।

लापरवाही बरतने में किया गया सस्पेंड -

इस मामले में इंस्पेक्टर देवेंद्र की संलिप्तता पाई गई थी। कार्यों में शिथिलता, मामले को सही तरीके से न लेने व लापरवाही बरतने के आरोप में पीजीआई कोतवाली प्रभारी देवेंद्र विक्रम सिंह को तीन दिन पहले सस्पेंड कर दिया गया।

  • पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट

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