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आर्मी एविएशन का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश, दोनों पायलट की हालत गंभीर

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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के शिवगढ़ धार इलाके में मंगलवार सुबह आर्मी एविएशन का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। यह हादसा खराब मौसम के कारण हुआ, जिसमें पायलट और सह पायलट गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलते ही सबसे पहले पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन में दोनों पायलटों को निकालकर अस्पताल भेजा गया है। दोनों पायलटों की हालत गंभीर बनी हुई है और वे बोलने की हालत में नहीं हैं।

सेना के सूत्रों के अनुसार दोपहर एक बजे के करीब उधमपुर जिले में नाग देवता मंदिर के ऊपर पटनीटॉप इलाके के शिवगढ़ जंगल में सेना का हेलीकॉप्टर चीता दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उधमपुर रियासी रेंज के डीआईजी सुलेमान चौधरी के मुताबिक सूचना मिलते ही पुलिस को रेस्क्यू के लिए मौके पर रवाना कर दिया गया था। पुलिस अधिकारी का मानना है कि घने कोहरे के कारण क्रैश लैडिंग हुई। हालांकि अभी स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। एक पायलट की पहचान अनुज राजपूत के रूप में हुई है। इस बीच घटना स्थल पर पहुंची सेना की टीम हेलिकॉप्टर के मलबा इकट्ठा करने में जुट गई है।

आर्मी की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि पटनीटॉप में ट्रेनिंग के दौरान भारतीय सेना का चीता हेलिकॉप्टर पटनीटॉप के पास बलपूर्वक उतरा है। कर्नल अभिनव नवनीत ने बताया कि फिलहाल दोनों पायलटों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि दोनों बोलने की हालत में नहीं हैं। हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ या उसकी आपात लैंडिंग हुई है, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव अभियान शुरू किया और गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हुए चीता हेलीकॉप्टर के घायल हुए दोनों पायलटों को निकाला। गंभीर रूप से घायल हुए दोनों पायलटों को रेस्क्यू ऑपरेशन में निकालकर अस्पताल भेजा गया है।

इससे पहले पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर कठुआ में 03 अगस्त को भारतीय सेना का ध्रुव हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हेलीकॉप्टर के मलबे का कुछ हिस्सा झील से 11 अगस्त को बरामद किया गया था। इसके बाद पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल अभित सिंह बाथ का शव 15 अगस्त की शाम को बरामद किया जा चुका है। दूसरे पायलट जयंत जोशी का अबतक कुछ पता नहीं चल सका है।

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अब उनका जिंदा मिलना मुश्किल है, इसलिए भारतीय नौसेना, सेना, एनडीआरएफ और नागरिक एजेंसियों ने उनका पार्थिव शरीर निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सोमवार को पश्चिमी सेना के कमांडर ने खोज एवं बचाव अभियान की समीक्षा करने के लिए दुर्घटनास्थल का दौरा किया।

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