उत्तर प्रदेश Featured टॉप न्यूज़ राजनीति

सपा और RLD के बीच गठबंधन का ऐलान! 36 सीटों पर बनी सहमति

Akhilesh agrees to 36 seats for RLD, 6 will have SP candidates.(credit : Twitter)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीति पार्टियां जोड़ तोड़ में लगी हुई है। वहीं यूपी में सियासी घमासान के बीच आज समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने सीटों के बंटवारे को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। सूत्रों की माने तो मंगलवार शाम लखनऊ में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रालोद को 36 सीटें देने पर सहमति जताई है। हालांकि इनमें से छह सीटों पर उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के होंगे लेकिन वह रालोद के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे। बताया जा रहा है कि रालोद ने 60 सीटों की मांग की थी।

ये भी पढ़ें..Netflix ने ‘स्ट्रेंजर थिंग्स’ के पीछे विजुअल इफेक्ट स्टूडियो का किया अधिग्रहण

रालोद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी मजबूत

सूत्रों की माने तो यह रणनीति चुनाव में अच्छी तरह से काम करेगी क्योंकि दोनों दलों के कार्यकर्ता उम्मीदवारों के साथ जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।" राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि रालोद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी बेहतर स्थिति में है, खासकर किसान आंदोलन के बाद जिसमें जयंत चौधरी ने सक्रिय रूप से भाग लिया था। यह नहीं बिना किसी सहयोगी के हुई बैठक में दोनों नेताओं ने कृषि कानूनों को निरस्त करने के केंद्र के फैसले के बाद राज्य के पश्चिमी हिस्से में राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने अपनी तस्वीरें ट्वीट कीं।

एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के बारे में भी बातचीत हुई, हालांकि रालोद ने पिछले महीने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। ​यह निर्णय लिया गया कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली पार्टियां विधानसभा चुनावों के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर सकती हैं, सरकार गठन की बात आने पर एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार किया जाएगा।

अखिलेश ने किया ट्वीट

अखिलेश ने लिखा, "श्री जयंत चौधरी के साथ, बदलाव की ओर, जबकि रालोद प्रमुख ने 'साथ साथ चलेंगे' और 'बड़ते कदम' के साथ जवाब दिया।" दो ट्वीट्स ने पर्याप्त रूप से बताया कि सौदा पक्का कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, अखिलेश और जयंत के बीच एक ऐसा सौहार्द है जो इन दिनों राजनेताओं के बीच नहीं पाया जाता है। हाल के दिनों में प्रमुख राजनीतिक मुद्दों पर दोनों एक ही पृष्ठ पर रहे हैं और गठबंधन को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पर्याप्त फायदा होने की संभावना है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)