गुरुग्राम निगम में अनिल विज का छापा, दो एसडीओ, एक एक्सईएन निलंबित

गुरुग्रामः गुरुग्राम नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों और आरोपों के बीच बुधवार को गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने छापा मारा। इस दौरान कई कर्मचारी गैर हाजिर मिले। सूत्रों से जानकारी मिली है कि अनिल विज ने दो एसडीओ व एक एक्सईएन को भी निलंबित किया है।

मंत्री अनिल विज ने छापेमारी के दौरान निगम की अकाउंट शाखा को सील करवाकर खुद ही फाइलें खंगालनी शुरू कर दी। जिस तरह से उन्होंने यहां पहुंचते ही काम शुरू किया, उससे साफ है कि उनके पास यहां भ्रष्टाचार, घोटाले की सटीक जानकारियां थी। अंदरुनी सूत्रों से जानकारी मिली है कि लंबे समय से नगर निगम गुरुग्राम के कई अधिकारी, कर्मचारी सीआईडी के रडार पर थे।

उनके बारे में तथ्य जुटाए जा रहे थे, ताकि मौका मिलते ही उन्हें धर लिया जाए। इससे पहले भी सीआईडी की टीम नगर निगम में छापेमारी कर चुकी है। कुछ समय पूर्व भी यहां छापेमारी के दौरान 8-10 कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ करके डाटा तैयार किया गया था।

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गुरुग्राम नगर निगम भ्रष्टाचार का बड़ा अड्डा बन चुका है। यहां के कई अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। आम जनता इस तरह के आरोप नगर निगम अधिकारियों, कर्मचारियों पर लगातार लगाती रहती है। गुरुग्राम व मानेसर नगर निगम की प्रॉपर्टी आईडी बनाने के मामले में भी अधिकारी, कर्मचारी सवालों के घेरे में हैं। आरोप हैं कि एक आईडी बनाने के बदले में 10 से 15 हजार रुपये वसूले जाते हैं। इसी तरह नगर निगम क्षेत्र में नालों की सफाई व अन्य कार्यों को लेकर भी शिकायतें मंत्री अनिल विज के पास पहुंची हैं। उन पर भी वे अधिकारियों से सवाल-जवाब कर सकते हैं।