लखनऊः उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में शुक्रवार को आसमान में अद्भुत नजारा देखने को मिला। वैशाख माह के खड़ी दोपहर में शुक्रवार को यह नजारा देख सभी हतप्रभ रहे गये। सूर्यदेव के चारों तरफ एक रिंग जैसी आकृति देख लोग चकित रह गये। देखते ही देखते ये नजारा सोशल मीडिया में छा गया। लोगों ने काला चश्मा पहनकर ये नजारा देखा। मोबाइल और कैमरे से इसकी तस्वीर भी खींची गयीं। रिंग के अंदर गुलाबी व दूसरी ओर नीले रंग की आकृति नजर आ रही थी। बताया जा रहा है कि यह नजारा जनपद भदोही में देखा गया। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी होती रही।
क्यों सूर्य के चारों तरफ दिखता है रिंग
वैज्ञानिक डॉ सुशील द्विवेदी ने बताया कि वातावरण में धूल के अति सूक्ष्म कणों की मात्रा अधिक हो जाती है तो सूरज की किरणों के टकराने पर धूल कण के संपर्क में आने वाली नमी किरणों को बिखरा कर एक इंद्रधनुष का घेरा बनाती हैं। इसे ‘हालो’ कहते हैं। उन्होंने बताया कि सूरज के चारों ओर बना यह गोला सूर्य और चंद्रमा का गोलाकार प्रभामंडल होता है, जो 22 डिग्री एंगल पर एक-दूसरे से मिलते हैं। यह दृश्य सूर्य या चंद्रमा की रोशनी पर नहीं, बल्कि एटमॉस्फेरिक आइस क्रिस्टल और लाइट के रिफ्लेक्शन से बनता है। इस घटना को 22 डिग्री हेलो इफेक्ट कहते हैं।
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किसे कहते हैं हालो?
जब भी कोई प्रकाश से लबरेज चीज के चारों ओर गोलाकार आकृति बना दे तो उसे हालो कहते हैं। हिंदू धर्म मान्यताओं में भी इसका जिक्र है। आपने भगवान की तस्वीरों में भी हालो को जरूर देखा होगा। भगवान के सिर के पीछे एक चमकदार गोलाकार आकृति नजर आती है उसे भी हालो ही कहा जाता है।
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