Saturday, November 23, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशअयोध्या में बनेगा अद्भुद संग्रहालय, देशभर के मंदिरों के वैज्ञानिक पहलुओं को...

अयोध्या में बनेगा अद्भुद संग्रहालय, देशभर के मंदिरों के वैज्ञानिक पहलुओं को करेगा प्रदर्शित

Amazing museum to be built in Ayodhya

Ayodhya: श्रीराम जन्मभूमि पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर तेजी से आकार ले रहा है। 22 जनवरी को पांच सदी बाद भगवान श्रीराम अपने नए और भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में करोड़ों सनातनियों की भगवान श्री राम के मंदिर के प्रति आस्था है। श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि होने की संभावना है। श्रद्धालु अपने प्रभु श्री राम के मंदिर पहुंचेंगे। इसे देखते हुए योगी सरकार अयोध्या को सर्वसुविधायुक्त शहर के रूप में विकसित कर रही है।

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर अयोध्या में मंदिर संग्रहालय के निर्माण को लेकर भी कोशिशें तेज हो गई हैं। इस संग्रहालय के आकार लेते ही न केवल श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में आस्थावानों के केंद्र में होगा, बल्कि मंदिर संग्रहालय के माध्यम से भारत के सभी प्राचीन बड़े मंदिरों के भी दर्शन अयोध्या में होंगे। आर्किटेक्ट वृंदा सुमैया की देखरेख में निर्माण कार्य होगा

यह भी पढ़ेंः-कैश फॉर क्वेरी मामले में निशिकांत दुबे का दावा, लोकपाल ने दिए CBI जांच के आदेश

मोदी-योगी सरकार में सनातन धर्म के गौरव को पुनः स्थापित करने का महाअभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब योगी सरकार देशभर के मंदिरों की महिमा को प्रदर्शित करने वाला एक विशाल संग्रहालय भी बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भगवान श्रीराम की नगरी योध्या में मंदिर संग्रहालय का निर्माण कराया जाना है। सरयू तट पर करीब 50 एकड़ में बनने वाले मंदिर संग्रहालय के लिए जमीन की तलाश तेज हो गई है। इस भव्य मंदिर संग्रहालय का निर्माण देश की प्रसिद्ध वास्तुकार वृंदा सुमैया की देखरेख में किया जाएगा। हाल ही में सुमाया और उनकी टीम ने सरयू तट पर जमथरा में चिन्हित तीन स्थलों और रामपुर हलवारा में चिन्हित एक स्थल का जायजा लिया है। इन चिन्हित स्थलों में से एक को मंदिर संग्रहालय के निर्माण के लिए चुना जाएगा।

क्या है योगी सरकार की मंशा

भारतीय मंदिरों की महानता और उनकी भव्य वास्तुकला को प्रदर्शित करने वाले इस विशेष संग्रहालय के निर्माण के पीछे योगी सरकार की मंशा इसके माध्यम से दुनिया, खासकर युवाओं को सनातन संस्कृति के महत्व से अवगत कराना है। युवा पीढ़ी को इस बात से अवगत कराने के उद्देश्य से कि किसी विशेष स्थान पर मंदिर क्यों बनाया गया था और इसके निर्माण के पीछे क्या दर्शन था, अयोध्या में एक मंदिर संग्रहालय बनाया जाएगा। इसमें प्राचीन भारत की तकनीक के साथ-साथ पूजा पद्धतियों और उनके महत्व को सामने लाया जाएगा। मंदिरों ने मठों और पीठों सहित प्राचीन भारतीय शैक्षणिक संस्थानों का भी विकास किया, जो मंदिरों की उत्कृष्ट स्थापत्य शैली का प्रदर्शन करते थे। इस संग्रहालय के माध्यम से दुनिया को भारतीय मंदिरों की बेजोड़ स्थापत्य विरासत से परिचित कराया जाएगा।

मंदिरों के संपूर्ण दर्शन 12 दीर्घाओं में होंगे

मंदिर संग्रहालय को 12 दीर्घाओं में विभाजित किया जाएगा। ये दीर्घाएँ अपनी सहज कलात्मकता से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देंगी। ये दीर्घाएँ मंदिरों के वैज्ञानिक और दार्शनिक पहलुओं के साथ-साथ गौरव और श्रद्धा की भावना भी पैदा करेंगी। इनमें सनातन धर्म में भगवान की अवधारणा, पूजा पद्धति के पीछे का दर्शन, पूजा के लिए मंदिरों की आवश्यकता, मंदिरों की वास्तुकला और शिल्प कौशल, मंदिरों के अनुष्ठानों के पीछे का दर्शन, पूजा से परे मंदिरों की सामाजिक उपयोगिता, भारतीय मूल बातें शामिल हैं। मंदिरों के तत्व, मंदिर निर्माण तकनीक और उच्च कोटि का वैज्ञानिक दृष्टिकोण, विभिन्न प्रकार के मंदिरों की वास्तुकला, भारतीय मंदिर आध्यात्मिक ऊर्जा के केंद्र हैं, भारत के विशेष मंदिर और दुनिया भर में मौजूद हिंदू मंदिरों के बारे में जानकारी प्रदर्शित करने वाली दीर्घाओं का निर्माण होगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें