Amarnath Yatra: कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में स्थित बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए 7,800 से अधिक तीर्थयात्रियों का 10वां जत्था बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू आधार शिविर से कश्मीर के जुड़वां आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ। यह जम्मू से अमरनाथ की पवित्र गुफा तक अब तक की सबसे लंबी यात्रा है। बुधवार सुबह जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 339 वाहनों के काफिले में 7,805 तीर्थयात्री घाटी के लिए रवाना हुए।
कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ काफिला
4,677 तीर्थयात्री 207 वाहनों के काफिले में पहलगाम के लिए रवाना हुए और 3,128 तीर्थयात्री 132 वाहनों के काफिले में बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुए। इसके साथ ही 30 जून से अब तक 56,303 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बीच, 1 जुलाई से अब तक कुल 1,37,353 तीर्थयात्री अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।
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गौरतलब है कि 8 और 9 जुलाई को लगातार बारिश के कारण राजमार्ग, विशेषकर रामबन जिले के एक हिस्से को अभूतपूर्व क्षति हुई, जिससे इसे बंद करना पड़ा। रामबन में मरम्मत के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण तीन दिनों तक निलंबित रहने के बाद यात्रा 11 जुलाई दोपहर को जम्मू आधार शिविर से फिर से शुरू हुई।
62 दिन चलेगी अमरनाथ यात्रा
छह हजार तीर्थयात्रियों का दल शनिवार से रामबन में रुका हुआ है। वह भोलेनाथ से लगातार प्रार्थना कर रहे हैं कि यात्रा फिर प्रारंभ कराएं। आधार शिविरों में भगवान शंकर के भक्त अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन बार-बार अपील जारी कर रहा है कि यात्रा (Amarnath Yatra) जब तक स्थगित है तब तक आप आगामी कोई योजना न बनाएं।
अब तक 87,000 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई और 62 दिन बाद 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा उत्सव के साथ यात्रा का समापन हो जाएगा। समुद्र से 3,888 मीटर ऊपर स्थित बाबा बर्फानी की गुफा में शनिवार सुबह बर्फबारी देखने को मिली। 62 दिवसीय यह यात्रा 31 अगस्त को संपन्न होनी है।
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