लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार सुबह लखीमपुर जाने के लिए निकले लेकिन आवास से निकलते ही पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोका। इसके बाद सपा अध्यक्ष ने वहीं बैठकर धरना शुरू कर दिया। इसके बाद धरने पर बैठे अखिलेश यादव को पुलिस ने भारी बवाल के बीच हिरासत में ले लिया।
उधर, सपा के सैकड़ों समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक और धक्कामुक्की भी हुई। इस दौरान गौतमपल्ली थाने के सामने किसी ने पुलिस जीप में आग लगा दी गयी। घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने जीप में लगी आग को बुझाया। वहीं, अखिलेश यादव के चाचा और प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव सुबह के वक्त अपने आवास से निकले और पुलिस को चकमा देकर इंजीनियरिंग चौराहे तक पहुंच गये। जहां पर शिवपाल यादव को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद शिवपाल यादव और उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन भेजा गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार पुरजोर तरीके से किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है। लखीमपुर में हुई घटना शर्मसार करने वाली है।
यह भी पढ़ें-वरूण गांधी ने लखीमपुर घटना को लेकर सीएम योगी को लिखा…
समाजवादी पार्टी मृतकों के परिवार को सरकारी नौकरी और दो करोड़ मुआवजे की मांग करती है। अखिलेश यादव के साथ समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव सहित वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठे है। वहीं, कुछ दूरी पर समाजवादी पार्टी कार्यालय की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिसकर्मियों ने बलपूर्वक रोककर आगे नहीं बढ़ने दिया। इससे पूर्व पुलिस द्वारा प्रियंका वाड्रा को लखीमपुर जाने की कोशिश में हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें सीतापुर के सेकेंड बटालियन में लाया गया। पूर्व जिला अध्यक्ष विनीत दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस के कई कार्यकर्ता सेकेंड बटालियन गेट के बाहर धरने पर बैठकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रियंका के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू, एमएलसी दीपक सिंह सहित अन्य कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार यहां से इन्हें वापस लखनऊ भेज दिया जाएगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)