नई दिल्लीः चीन सीमा पर माइनस 30 डिग्री के तापमान में तैनात जवानों का हौसला बढ़ाने और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति का जायजा लेने के लिए वायुसेना प्रमुख आरके भदौरिया सोमवार को लद्दाख सेक्टर पहुंचे। भदौरिया ने वायु सेना स्टेशनों और उन्नत लैंडिंग ग्राउंड का दौरा किया। आज ही दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे सैन्य बलों के प्रमुख (सीडीएस) बिपिन रावत और एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने लेह में वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों और भारतीय सेना के कमांडरों के साथ परिचालन मामलों पर व्यापक चर्चा की।
वायुसेना प्रमुख को फील्ड कमांडरों ने बातचीत में हवाई अड्डों और आगे के क्षेत्रों में तैनात बलों की परिचालन संबंधी तैयारी और स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर तैनात भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना के जवानों से भी बातचीत की। आईएएफ प्रमुख भदौरिया ने सैन्य हवाई क्षेत्र थॉयस एयरबेस का भी दौरा किया और सर्दियों में सैनिकों के भरण-पोषण के लिए लॉजिस्टिक ऑपरेशंस की समीक्षा की। भदौरिया और सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) और न्योमा उन्नत लैंडिंग ग्राउंड का दौरा किया जहां उन्हें संबंधित उप-क्षेत्रों की सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई। वायुसेना प्रमुख ने डीबीओ में स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद सीडीएस और एयर चीफ मार्शल वायु सेना स्टेशन लेह पहुंचे जहां वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों और भारतीय सेना के कमांडरों के साथ परिचालन मामलों पर व्यापक चर्चा की। पूर्वी लद्दाख में माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरने के बावजूद चीन के साथ जारी सैन्य गतिरोध के बीच चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख आरके भदौरिया का एक साथ दौरा काफी अहम माना जा रहा है। वायु सेना प्रमुख भदौरिया ने भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना कर्मियों से लद्दाख में वायु सेना स्टेशनों और उन्नत लैंडिंग ग्राउंड की यात्रा के दौरान बातचीत की। वायुसेना प्रमुख ने कठोर मौसम और एक दुर्गम इलाके के बावजूद परिचालन की तैयारियों को बनाए रखने के लिए सभी कर्मियों का हौसला बढ़ाया। इसके अलावा मनोबल और समर्पण के असाधारण उच्च स्तर के लिए अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की।
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने पिछले हफ्ते पूर्वी वायु कमान का दौरा किया था। एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने सिक्किम सेक्टर में आगे के क्षेत्रों का दौरा किया और वहां तैनात वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मियों के साथ बातचीत की।इसके बाद अपनी पहली यात्रा में अरुणाचल प्रदेश पहुंचकर राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीडी मिश्रा और मुख्यमंत्री पेमा खांडू से मुलाकात की थी। भारतीय वायुसेना प्रमुख ने खांडू को राज्य में संचालित होने वाले फिक्स्ड-विंग सिविलियन विमानों के लिए पायलटों की कमी को पूरा करने के लिए रक्षा पायलट प्रदान करने का आश्वासन दिया। अरुणाचल प्रदेश में डारंग और अनिनी के लिए उन्नत लैंडिंग ग्राउंड्स (एएलजी) पर चर्चा हुई, जिसके लिए भारतीय वायुसेना प्रमुख ने अनुकूल प्रतिक्रिया व्यक्त की। मुख्यमंत्री खांडू ने भी रक्षा तैयारियों के लिए सरकारी सहयोग का आश्वासन दिया।