भोपाल: मध्य प्रदेश में फसल चक्र परिवर्तन के साथ प्राकृतिक व जैविक और गौवंश आधारित खेती को बढ़ावा देने के लिए इन दिनों कृषि मंत्री कमल पटेल काफी सक्रिय है। वे किसानों से समय-समय पर अपील करने के साथ-साथ उनके खेतों में फसल का जायजा लेने भी पहुंच जाते हैं। मध्य प्रदेश के किसानों की निगाह में कृषि मंत्री पटेल (स्वयं किसान हैं) कृषि विशेषज्ञ के रूप में किसानों के खेतों में जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जैविक खेती की पहल को आगे बढ़ाने के लिए कमल पटेल कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
कृषि मंत्री पटेल अपने गृह जिले हरदा में एक्शन मोड पर नजर आए। वे सीधे फसल का जायजा लेने किसान के खेत पर पहुंच गए और शुरू कर दी कृषक मित्र संवाद पंचायत। शनिवार को कृषि मंत्री कमल पटेल अपने गृह जिले हरदा में थे। सुबह कार्यकर्ताओं और जनता से मिलने के उपरांत वे निकल पड़े ग्रामीण क्षेत्र में और पहुंच गए डॉ महेंद्र कुमार मालाकार, ग्राम झाड़पा जिला हरदा कृषक के खेत में।
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हरदा के इस कृषक ने कृषि मंत्री कमल पटेल के आह्वान पर फ़सल चक्र परिर्वतन कर सोयाबीन के स्थान पर इस वर्ष जैविक अरहर एवं तिल की फसल लगाई। फसल चक्र परिर्वतन करने से इस किसान महेंद्र मालाकार की फसलों की पैदावार इस वर्ष अच्छी हुई है। साथ ही फसलों के दाम अच्छे होने से उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। किसान महेंद्र मालाकार अपनी आय बढ़ाने के लिए टमाटर, पपीता, सेवफल, संतरा आदि उद्यानिकी की फसलें ले रहे हैं।
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