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भारत-नेपाल सीमा समन्वय समिति की बैठक में इन मुद्दों पर बनी सहमति

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पिथौरागढ़ः भारत और नेपाल की सीमा पर स्थापित सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस के मध्य आपसी समन्वय स्थापित करने को लेकर शनिवार को पिथौरागढ़ में बैठक हुई। इसमें विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। बेठक में उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ़ और नेपाल के जनपद दार्चुला, बैतड़ी जिले के विभिन्न बिंदु भी शामिल थे।

इस समन्वय समिति की बैठक में दोनों देशों की सीमा पर स्थापित सुरक्षा एजेसियों और स्थानीय पुलिस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करने के साथ ही आवागमन करने वाले नागरिकों से कोविड-19 नियमों का अनुपालन कराये जाने, एक दूसरे देश में प्रवेश पर अपने साथ अपने राष्ट्र से संबंधित कोई एक पहचान पत्र प्रदर्शित करने की अनिवार्यता के साथ ही दोनों देशों की सीमा पर सघन चेकिंग एवं पेट्रोलिंग एवं सूचनाओं का आदान प्रदान करने, जनपद के विभिन्न अभियोगों में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी में सहयोग दिये जाने, जाली नोटों, वन्य जीवों की तस्करी की सीमावर्ती क्षेत्रों में होने वाली महत्वपूर्ण घटना के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के संबंध में बैठक हुई।

साथ ही इसमें भारत-नेपाल राष्ट्रों के मध्य स्थित छारछुम- दार्चुला मोटर पुल, ऐलागाड़ झूलापुल का निर्माण किए जाने पर भी बैठक में चर्चा की गई। बैठक में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. आशीष चौहान द्वारा नेपाल के दोनों जिलों से आए अधिकारियों को अवगत कराया कि निकट भविष्य में पिथौरागढ़ जनपद में आगामी विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 होना है, जिसके मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही शांति व्यवस्था आदि बनाए जाने में सहयोग की अपील की। इस संबंध में दोनों देशों के अधिकारियों ने सहयोग देने की बात कही।

नेपाल के दार्चुला के अधिकारियों ने उनके राष्ट्र के दो ग्राम सभाओं टिंकर और छांगरु में होने वाली जनगणना हेतु जनगणना टीम को भारत के सड़क मार्ग से भेजे जाने की अनुमति प्रदान किए जाने के लिए भारत से की गई कार्रवाई के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस संबंध में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि उत्तराखंड शासन के माध्यम से भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को पत्राचार किया गया है।

दोनों देशों की ओर से काली नदी में मलधार, गसकु और अन्य स्थानों में अवैध रूप से ट्यूब आदि से हो रहे अवैध आवागमन की रोकथाम के लिए इन स्थानों में झूलापुल निर्माण किए जाने को शीघ्र ही दोनों देशों के अधिकारी संयुक्त निरीक्षण कर प्रस्ताव तैयार करेंगे। इसके साथ ही नदियों में होने वाले कटाव को रोकने और भूस्खलन की समस्या पर भी विचार विमर्श कर समाधान के खोजने पर सहमति व्यक्त की गई।

इसके अतिरिक्त बैठक में दोनों देशों के सीमावर्ती जिले में किसी भी प्रकार की घटना की सूचना तत्काल एक दूसरे को प्रदान किए जाने के लिए व्हाट्स एप ग्रुप में आवश्यक विभागों के अधिकारियों को जोड़ते हुए सूचनाओं का आदान प्रदान करने पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच सहमति बनी।

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बैठक में जनपद पिथौरागढ़ से जिलाधिकारी के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलाधिकारी एफआर चौहान, वनाधिकारी अभिमन्यु, बीआरओ के कमांडर कर्नल एन के शर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट नंदन कुमार और नेपाल के दार्चुला तथा बैतड़ी जिले के विभिन्न उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

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