वैज्ञानिकों के लिए पहेली बना यह प्राचीन शिव मंदिर, अग्निकुंड में जलती है ‘अखंड’ ज्वाला

अग्निकुंड

नई दिल्लीः हिंदू धर्म के आराध्य देव शिवशंकर को चमत्कारों का स्वामी माना गया है। सिर्फ भारत में ही नहीं पड़ोसी देशों में भी महादेव के तमाम मंदिर मौजूद हैं। फिर चाहे वो पाकिस्तान हो, अफगानिस्तान हो या फिर बांग्लादेश। शिव का ऐसा ही एक चमत्कारिक मंदिर स्थित है पड़ोसी देश में बांग्लादेश में। इस प्राचीन शिव मंदिर में मौजूद अग्निकुंड की ज्वाला सामान्य लोगों के साथ वैज्ञानिकों को भी हैरत में डाल रही है। लोगों की आस्था का केंद्र बने हुए शिव मंदिर में भक्त आज भी पहुंचते हैं और इस दिव्य ज्वाला के दर्शन करते हैं, जो अनवरत मंदिर के कुंड में जलती रहती है। ताज्जुब की बात ये है कि न तो इसका स्रोत पता है, न ही इसमें ईंधन पड़ता है, फिर भी ज्वाला का अखंड रूप से जलना चमत्कार ही है।

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इस अद्भुत मंदिर से लोग अनजान

इस अद्भुत मंदिर के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी भी नहीं थी। जब बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने अपने ट्विटर अकाउंट से मंदिर की तस्वीरें शेयर कीं, तो देखने वालों को यकीन हीं नहीं हुआ। ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए आश्चर्य का केंद्र बना हुआ है। बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने शिव मंदिर की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, अग्निकुंड महादेव मंदिर। महादेव का ये प्राचीन मंदिर है, जो चिट्टागांव में स्थित है। इस मंदिर से हमेशा आग की एक ज्वाला निकलती रहती है।

बना हुआ है रहस्य

हालांकि अभी तक कोई पुरातत्वविद इस आग के स्रोत का पता नहीं लगा पाया है। काउंसिल ने इस बात को भी अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि अग्निकुंड की ज्वाला का स्रोत पुरातत्वविद भी नहीं जान पाए हैं। बांग्लादेश के प्राचीन शिव मंदिर के अलावा श्रीलंका और कंबोडिया में भी कई विशाल शिव मंदिर पाए गए हैं। श्रीलंका में मौजूद ढाई मील लंबे और 650 फीट चौड़े मंदिर को तो यूनेस्को की विश्व धरोहरों में भी गिना जाता है। वहीं कंबोडिया में बने विष्णु भगवान के मंदिर में अब भी पूजा की जाती है और दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है।

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