जयपुरः राजस्थान के पाली जिले के बोरनड़ी गांव में 180 फीट गहरे कुएं में दबे किशोर को निकालने के लिए 21 दिन तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हो गया है। हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद कुएं की मरम्मत के दौरान दबे किशोर का शव ही मिल सका। 21 दिन पूर्व मरम्मत के दौरान मिट्टी ढहने से 180 फीट गहरे कुएं में दबे 15 वर्षीय किशोर नरेंद्र का शव सेना के जवानों को मलबे के नीचे दबा मिला।
लंबे समय तक पानी और मलबे में रहने की वजह से नरेंद्र का शव पूरी तरह से गल गया है, जिसे निकालने में रेस्क्यू टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम ने नरेंद्र के शव को कुएं से बाहर निकाल लिया। आज मौके पर ही पोस्टमार्टम कर नरेंद्र का शव उसके परिजन को सुपुर्द किया जाएगा। अतिरिक्त जिला कलक्टर चंद्रभान सिंह भाटी ने बताया कि 21 दिन पूर्व सोजत रोड थाना क्षेत्र के बोरनड़ी गांव में नरेंद्र एवं उसका एक सहयोगी कुएं की मरम्मत कर रहे थे। इसी दौरान कुएं की मिट्टी ढहने से नरेंद्र उसमें दब गया।
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दूसरा श्रमिक रस्से के सहारे जैसे-तैसे बाहर निकल आया। नरेंद्र 180 फीट गहरे कुएं में गिर गया और उसके ऊपर मिट्टी गिरने से वह उसमें दब गया। पिछले महीने 21 तारीख को हुए इस हादसे के बाद प्रशासन की ओर से उसे निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। कुएं के आस-पास बालू रेत होने के कारण मिट्टी लगातार ढहती गई। स्थानीय प्रशासन चार दिन तक शव नहीं निकाल सका तो सेना की मदद ली गई। सेना के सहयोग से करीब 21 दिन बाद शव निकालने में जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम को कामयाबी हाथ लगी है। मृतक नरेन्द्र आठ बहनों के बीच इकलौता भाई था। उसकी मौत के बाद पूरा परिवार स्तब्ध है।