कोरबा: विगत दिनों पाली पुलिस के द्वारा फर्जी जमानतदार प्रस्तुत कर जमानत कराने के आरोप में कोरबा निवासी अधिवक्ता कमलेश साहू को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर प्रस्तुत किया गया था, जो कटघोरा जेल में निरूद्ध है। अधिवक्ता के द्वारा जमानत हेतु अपर सत्र न्यायाधीश कटघोरा के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसे विचारोपरांत अपर सत्र न्यायालय कटघोरा द्वारा निरस्त कर दिया गया है। अधिवक्ता कमलेश साहू को अब लंबे समय तक जेल में रहना पड़ सकता है, हाईकोर्ट से ही राहत की उम्मीद की जा रही है।
विदित हो कि चौकी हरदीबाजार द्वारा वर्ष 2022 में कबाड़ चोरी के आरोप में आरोपी पवन कुमार श्रीवास्तव एवं जमीर अहमद मंसूरी को गिरफ्तार कर न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी न्यायालय पाली में प्रस्तुत किया गया था, कमलेश साहू द्वारा माननीय न्यायालय में फर्जी जमानतदार प्रस्तुत कर जमानत कराया था , माननीय न्यायालय के आदेश पर पाली पुलिस द्वारा आरोपी राजेश राठौर ,कमलेश साहू ,मंटोरा बाई एवम कुंवरिया बाई को मामले में आरोपी बनाया था।
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अधिवक्ता कमलेश साहू कानूनी दांवपेच एवं फर्जी तथ्यों का सहारा लेकर गिरफ्तारी से बच रहा था , जिसे कुछ दिनों पूर्व पाली पुलिस द्वारा पकड़ा गया था ,अधिवक्ता कमलेश साहू द्वारा माननीय न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय पाली एवम अपर सत्र न्यायाधीश कटघोरा के समक्ष जमानत आवेदन पेश किया गया था किंतु माननीय न्यायालय द्वारा अधिवक्ता कमलेश साहू को राहत न देते हुए मामले की गंभीरता को देखते हुए जमानत आवेदन निरस्त कर दिया गया है ।
उल्लेखनीय है कि अधिवक्ता कमलेश साहू का रिश्ते का भाई मुकेश साहू जो कि कबाड़ व्यवसायी है ,करीब 3 माह से कोरबा जेल में निरूद्ध है , उसके विरुद्ध भी चोरी के कबाड़ सामग्री का फर्जी बिल तैयार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर सुपुर्दनामा पर प्राप्त करने का प्रयास किया गया था।
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