हिसारः अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव ने शहर में बढ़ते हुए आवारा पशुओं की समस्या को गंभीरता से लिया है। उन्होंने आवारा पशु छोड़ने वाले पशुपालकों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे लोग अपनी आदत में सुधार कर लें, अन्यथा कार्रवाई को तैयार रहें।
एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने ऐसे पशुपालकों को अपने पशुधन के रखरखाव व बंदोबस्त करने के लिए 10 दिन का समय दिया है। बुधवार को उन्होंने कहा कि पशुओं को बेसहारा (लावारिस) छोड़ना एक बहुत ही गैर जिम्मेदाराना कार्य है, इन चंद लोगों की लापरवाही के कारण नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पडता है। यही नहीं, हर वर्ष बहुत से लोगों की जान भी चली जाती है। उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि वे अपने पशुओं को घरों में बांध कर रखे व एक जिम्मेदार पशुपालक के रूप मे कोई ऐसा काम ना करें जिससे आसपास के लोगों व आम आदमी को तकलीफ उठानी पड़े। उन्होंने खुले मे पशु छोड़ने वालों को स्पष्ट संकेत दिया कि दी गई समय सीमा उपरांत लापरवाही करने वाले कोई उम्मीद ना रखें, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब शहर की सड़कों को आवारा पशुओं से मुक्त करना हिसार रेंज के लोगों का मिशन है। इसमें सभी को सहयोग करना होगा ताकि हिसार रेंज के शहरों को सुंदर, जाम मुक्त व दुर्घटना मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि अक्सर शहर के पशुपालक अपने पशुओं को दिन भर शहर में खुला छोड़ देते है तथा बाद में उन्हें पकड़ने के लिए सड़कों व शहर की गलियों में अपनी मोटरसाइकिल दौडाते हैं, जिससे दुर्घटना घटित होती है। अब ऐसा करने वाले दंडित होंगे। नियमों की पालना ना करने वाले पशुपालकों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी जिसके तहत पशुओं के मालिक को आर्थिक जुर्माने के साथ-साथ छह माह से एक साल के कारावास की सजा का भी प्रावधान है।
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