चेन्नईः भारत के लिए अंतरिक्ष से एक खुशखबरी सामने आई है। दरअसल भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (ISRO) ने आदित्य एल 1 से जुड़ी एक खास जानकारी साझा की है। दरअसल ISRO ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि Aditya L1 अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी और चंद्रमा की खूबसूरत तस्वीरें भी क्लिक की हैं। इन तस्वीरें को ISRO ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की हैं। इसरो ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा, आदित्य-एल1 मिशन: दर्शकों ! आदित्य-एल1 ने सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के लिए अद्भुत सेल्फी ली, पृथ्वी और चंद्रमा की शानदार तस्वीरें खींची है।
आदित्य-एल1 को 2 सितंबर को कक्षा में हुआ था स्थापित
आपको बता दें कि भारत की अंतरिक्ष-आधारित सौर वेधशाला, आदित्य-एल1 को 2 सितंबर को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान-एक्सएल (PSLV-XL) संस्करण नामक एक भारतीय रॉकेट द्वारा लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) में कक्षा में स्थापित किया गया था। तब से इसरो द्वारा अंतरिक्ष यान की कक्षा दो बार बढ़ाई जा चुकी है। जैसे ही अंतरिक्ष यान लैग्रेंज बिंदु (L1) की ओर यात्रा करेगा, यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र (SOI) से बाहर निकल जाएगा। लैग्रेंज बिंदु एल-1 की ओर स्थानांतरण कक्षा में प्रवेश करने से पहले आदित्य एल1 को दो और कक्षीय प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। यह उपग्रह लगभग 127 दिनों के बाद एल-1 बिंदु पर वांछित कक्षा में पहुंचने की संभावना है।
Aditya-L1 Mission:
👀Onlooker!Aditya-L1,
destined for the Sun-Earth L1 point,
takes a selfie and
images of the Earth and the Moon.#AdityaL1 pic.twitter.com/54KxrfYSwy— ISRO (@isro) September 7, 2023
एसओआई से बाहर निकलने के बाद, क्रूज़ चरण शुरू हो जाएगा और बाद में अंतरिक्ष यान को L1 के चारों ओर एक बड़ी प्रभामंडल कक्षा में इंजेक्ट किया जाएगा – वह बिंदु जहां दो विशाल पिंडों – सूर्य और पृथ्वी – का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव बराबर होगा और इसलिए अंतरिक्ष यान किसी भी ग्रह की ओर गुरुत्वाकर्षण नहीं करेगा। प्रक्षेपण से एल1 तक की कुल यात्रा में Aditya L को करीब चार माह लगेंगे। पृथ्वी से दूरी करीब 1.5 मिलियन किलोमीटर होगी।
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