Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को बीएसएफ स्थापना दिवस समारोह में कहा कि सीमा सुरक्षा बल को ‘प्रथम रक्षा पंक्ति’ के रूप में जाना जाता है। इनकी बदौलत ही 140 करोड़ भारतीयों के दिलों में अजेय भारत का विश्वास पैदा हुआ है। इसका पूरा श्रेय सीमा पर डटे बीएसएफ के जवानों को जाता है और किसी को भी उन पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भी सीमा से किसी अप्रिय घटना की सूचना मिलती है तो गृह मंत्री बिल्कुल भी चिंतित नहीं होते। यह विश्वास रहता है कि हमारे बीएसएफ के जवान उससे निपट लेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) रविवार को जोधपुर में सीमा सुरक्षा बल के 60वें स्थापना दिवस (राइजिंग डे) परेड में शामिल हुए। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। गृह मंत्री को सुबह बीएसएफ की जीप में एसटीसी स्थित परेड ग्राउंड के मुख्य मंच पर लाया गया। गृह मंत्री ने कहा कि जवान अपने जीवन का स्वर्णिम काल माइनस 43 डिग्री से लेकर प्लस 43 डिग्री तक के वातावरण में बिताता है। न तो आप बच्चों की देखभाल कर पा रहे हैं, न ही आप बूढ़े माता-पिता की सेवा कर पा रहे हैं।
पुलिस और सीमा सुरक्षा बल दोनों को मिल रहा प्रशिक्षण: Amit Shah
तपते रेगिस्तान, घने जंगलों और बर्फ में भी आपने अपना कर्तव्य निभाया है। जब देश सो रहा होता है, तो आप पहली पंक्ति में देश की सेवा करते हैं। आपका बलिदान हमें एहसास कराता है कि भारत अजेय है। इसे कोई नहीं हरा सकता। गृह मंत्री (Amit Shah) ने कहा कि आने वाले समय में ड्रोन की समस्या और गहराने वाली है। ऐसे में सभी सीमा सुरक्षा बल, रक्षा विभाग, डीआरडीओ और देश के सभी सुरक्षा विभागों ने मिलकर लेजर से लैस गन माउंट एंटी ड्रोन सिस्टम विकसित किया है।
इसे अभी प्रायोगिक स्तर पर शुरू किया गया है। इसके शुरुआती नतीजे काफी अच्छे रहे हैं। इससे पंजाब सीमा पर 55 हमले रोके गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने तीन हजार गांवों में प्रायोगिक तौर पर वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया है। सीमा सुरक्षा बल द्वारा ओखा (गुजरात) में देश की पहली राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी स्थापित की गई है। हमारी जल सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैनात राज्य पुलिस और सीमा सुरक्षा बल दोनों को यहां प्रशिक्षित किया जा रहा है।
बीएसएफ के जवानों ने गृह मंत्री ( Amit Shah) के साथ मिलाए कदम
इसके साथ ही हम संवेदनशील क्षेत्रों में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था लेकर आए हैं। बीएसएफ में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर धुबरी (असम) में व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली शुरू की गई है। इसे पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमा पर लगाया जाएगा। सीमा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए बड़ी राशि दी जा रही है। शाह ने कहा कि 2024 में बीएसएफ ने जाली नोट, नशीले पदार्थ, घुसपैठ और वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई का रिकॉर्ड बनाया है।
मुझे विश्वास है कि आप भविष्य में भी ये सभी काम करते रहेंगे। भारत सरकार ने सीमा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए हर बजट में बड़ी राशि दी है। बांग्लादेश सीमा पर 591 किलोमीटर बाड़बंदी की गई है, 1129 किलोमीटर पर फ्लड लाइट लगाई गई है। दूरदराज के इलाकों में गांवों की कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयास किया गया है।
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सीमा पर वाइब्रेंट विलेज की शुरुआत की गई है। उत्तरी सीमा पर कई जीवंत गांव (विशेष सुविधाओं से लैस) बनाए गए हैं। इससे पलायन की समस्या खत्म हुई है। परेड में वीरता पदक और पीपीएमडीएस ट्रॉफी दी गई। चार वीरता पदक, एक जीवन रक्षक पदक, छह पुलिस सेवा पदक और जनरल चौधरी ट्रॉफी समेत कई सम्मान दिए गए। इससे पहले बीएसएफ के जवानों ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ कदम से कदम मिलाकर अनुशासन और एकता का परिचय दिया। परेड के ठीक पीछे बीएसएफ के जवानों ने हथियारों का प्रदर्शन किया। इसमें जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों और एंटी ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन किया गया। परेड से पहले बीएसएफ विंग के स्वदेशी हेलीकॉप्टर ध्रुव ने आसमान से सुरक्षा का जायजा लिया।
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