Saturday, December 14, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeदेश3D Printed Post Office: देश में पहले 3डी-प्रिंटेड डाकघर का उद्घाटन, देखें...

3D Printed Post Office: देश में पहले 3डी-प्रिंटेड डाकघर का उद्घाटन, देखें तस्वीरें

Indias-First-3D-Printed-Post-Office-Inaugurated-In-Bangalore

3D Printed Post Office: बेंगलुरु: देश के पहले 3डी-प्रिंटेड डाकघर (3D Printed Post Office) का उद्घाटन केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को बेंगलुरु में किया। अपने उद्घाटन भाषण में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 3डी-प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस का उद्घाटन उस भावना का प्रतीक है जिसके साथ देश वर्तमान समय में प्रगति कर रहा है।

वैष्णव ने कहा, “किसी ने कभी नहीं सोचा था कि भारत अपनी 4जी और 5जी तकनीक विकसित करेगा। किसी ने कभी नहीं सोचा था कि भारत अपने खुद के बहुत जटिल दूरसंचार उपकरण का उत्पादन करेगा। वास्तव में उद्योग के दिग्गजों में से एक ने उल्लेख किया है कि वह 35 वर्षों से अधिक समय से दूरसंचार उद्योग के साथ थे। और किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि भारत दूरसंचार प्रौद्योगिकी के निर्माता और विकासकर्ता के रूप में उभर सकता है।”

Indias-First-3D-Printed-Post-Office-Inaugurated-In-Bluru

ये भी पढ़ें..राष्ट्रपति मुर्मू ने लॉन्च किया घातक जंगी जहाज INS ‘विंध्यगिरी’, जानें…

भारत की नई तस्वीर दिखाता बेंगलुरु

Union-Railway-Minister-Ashwini-Vaishnaw-during-the-inauguration-of-a-3D-printed-post-office

केंद्रीय मंत्री ने बेंगलुरु की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें यहां आना पसंद है क्योंकि इस शहर में बहुत अधिक ऊर्जा, सकारात्मकता और दूरदर्शी चरित्र है। यह शहर भारत की एक नई तस्वीर पेश करता है। उन्होंने कहा, “आज आपने इस 3डी-मुद्रित डाकघर के संदर्भ में जो नई तस्वीर देखी, वह आज के भारत की भावना है।”

3डी कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग

3-d-post-office

डाकघर (3D Printed Post Office) का निर्माण 1000 वर्ग फुट में लार्सन एंड टुब्रो कंस्ट्रक्शन द्वारा 3डी कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करते हुए किया गया है। डाकघर के संरचनात्मक डिजाइन को आईआईटी मद्रास ने अनुमोदित किया था। यह डाकघर हलासुरू इलाके में कैम्ब्रिज लेआउट में स्थित है। यह इमारत 3डी कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके बनाई गई थी। परियोजना 45 दिन में पूरी हुई।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें