पटना: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जहां देशभर में 2000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है, वहीं बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में ऐसे छात्र भी हैं जो कॉम्पिटिशन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
मामले में एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एसके पुरी थाना क्षेत्र में नकली नोट छापने का काम चल रहा है। मिली जानकारी के बाद पुलिस ने पश्चिम आनंदपुरी स्थित एक आपर्टमेंट में रेड की। पुलिस को भनक लगते ही तीन से चार लोग खिड़की से कूदकर भागने में सफल रहे, लेकिन दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यहां से 1.80 लाख रुपए के नकली नोट, शराब की कई बोतलें व प्रिंटर समेत कई सामान बरामद किए।
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सभी नोट 500 व 200 के हैं। यहां से कई किताबें भी मिली हैं। गिरफ्तार युवकों ने बताया कि वे बीपीएससी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं। गिरफ्तार युवकों की पहचान रतन यादव (नवादा) और अयूब खान कटिहार के रूप में हुई है। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने आशंका जताते हुए बताया कि उनकी पहचान भी शराब माफिया से देखी जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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