शिमला: हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और शिमला सहित मैदानी भागों में ओलावृष्टि और बारिश से मार्च में कड़ाके की ठंड लौट आई है। राज्य के जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और पांगी में पिछले तीन दिन से बर्फबारी हो रही है। कुकमसेरी में चार और केलांग में एक सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। राज्य के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में कई-कई फिट बर्फ जमा है। राजधानी शिमला में रविवार को जमकर मेघ बरसे। इस दौरान बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। प्रदेश के कुछ स्थानों पर ओले गिरने से खड़ी फसलों, फलों के पौधों और नई पौध को अधिक नुकसान पहुंचा है।
मौसम के इन तेवरों से प्रदेश के पहाड़ी इलाके शीतलहर की चपेट में आ गए हैं। अचानक मौसम बदलने से लोगों ने गर्म कपड़े फिर से निकाल लिए हैं। शिमला का अधिकतम तापमान लगभग 08 से 10 डिग्री लुढ़क गया है और यहां ठंड काफी ज्यादा बढ़ गई है। रविवार को यहां न्यूनतम तापमान 7.8 और अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शिमला से सटे पर्यटन स्थलों में तो पारा शून्य से करीब पहुंच गया है। नारकंडा में न्यूनतम तापमान 2.4 औऱ कुफरी में 3.9 डिग्री सेल्सियस रहा। इन स्थानों पर इतना पारा दिसंबर और जनवरी के महीने में दर्ज किया जाता है।
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लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग सबसे ठण्डा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान -0.3 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा कल्पा में 2, कुकुमसेरी में 2.5, मनाली में 5, रिकांगपिओ में 5.4, डल्हौजी में 6.1, सराहन में 6.5, सोलन में 7, सुंदरनगर में 7.4, हमीरपुर में 8.8, धर्मशाला में 9.2, भुंतर में 9.4, ऊना व बिलासपुर में 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य में बारिश – बर्फबारी हो रही है और इससे तापमान में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में आगामी 23 मार्च तक मौसम खराब रहेगा। अगले 24 घण्टों के दौरान यानी सोमवार को राज्य के कुछ हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।
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