मॉस्कोः रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Ukraine-Russia war) थमने का नाम नहीं ले रहा है। रूस-यूक्रेन जंग अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। वहीं नाटो की भूमिका पर सवाल उठाने वाले रूस ने एक बार फिर परमाणु युद्ध् की चेतावनी दे डाली है। रूस के पूर्व राष्ट्रपति और क्रेमलिन प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने गुरुवार को नाटो को चेतावनी देते हुए कहा कि यूक्रेन में रूस की हार के बाद परमाणु युद्ध संभव है। रूस के यूक्रेन में घुसने के बाद से ही मेदवेदेव बार-बार परमाणु युद्ध की आशंका का जिक्र करते रहे हैं। क्रेमलिन प्रमुख ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में अगर रूस (Ukraine-Russia war) की हार होती है तो इससे परमाणु युद्ध शुरू हो सकता है।
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पुतिन की शक्तिशाली सुरक्षा समिति के उपाध्यक्ष रह चुके मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर लिखा कि एक औपचारिक युद्ध में एक परमाणु शक्ति की हार परमाणु युद्ध का कारण बन सकती है। परमाणु शक्तियों ने बड़े टकरावों में कभी हार का सामना नहीं किया। साल 2008 से साल 2012 तक राष्ट्रपति पद पर रहे मेदवेदेव ने कहा कि नाटो और अन्य रक्षा से जुड़े नेताओं का जर्मनी के रेमेस्टिन एयर बेस से मिलकर यूक्रेन की मदद के लिए रणनीति बनाना यह साबित करता है कि पश्चिम यूक्रेन में रूस को हराने की कोशिश कर रहा है। उन्हें उनकी नीति के पीछे के खतरे के बारे में सोचना चाहिए।
क्रेमेलिन के प्रवक्ता डिमित्री पेसकोव से पूछा गया कि मेदवेदेव के बयान से यह साबित होता है कि रूस समस्या को दूसरे स्तर पर ले जाना चाहता है, जिसपर उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। मेदवेदेव का बयान रूस के परमाणु सिद्धांत के अनुरूप थी। जिसके तहत रूस मानता है कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब रूसी संघ के खिलाफ पारंपरिक हथियारों से हमला किया जाए।
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