मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में 10.20 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। अनिल परब के खिलाफ पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से दायर एक शिकायत के आधार पर ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच शुरू की है।
इस जांच के दौरान पता चला है कि अनिल परब ने सदानंद कदम की मिलीभगत से भूमि के उपयोग को कृषि से गैर-कृषि उद्देश्य में बदलने और सीआरजेड मानदंडों का उल्लंघन करते हुए रिसॉर्ट का निर्माण करने के लिए स्थानीय एसडीओ कार्यालय से अवैध अनुमति प्राप्त की थी। इसी मामले में ईडी ने अनिल परब समेत शिवसेना के अन्य नेताओं की कुल 10 करोड़ 20 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है। जब्त की गई संपत्ति रत्नागिरी जिले के दापोली में साई रिसोर्ट से जुड़ी हुई और जमीन के रूप में है।
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ईडी ने साई रिजॉर्ट से जुड़े मामले में अनिल परब के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में उनसे तीन से चार बार पूछताछ भी हुई थी। दापोली पुलिस स्टेशन ने अनिल परब और अन्य के खिलाफ कथित रूप से धोखा देने और राज्य सरकार को नुकसान पहुंचाने के लिए एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। ईडी की जांच से यह बात सामने आई है कि अनिल परब की सदानंद कदम से सांठगांठ है।
पूर्व मंत्री अनिल परब ने बताया कि इससे पहले कई बार वे साफ कर चुके हैं कि साई रिसोर्ट से मेरा कोई संबंध नहीं है लेकिन मेरी और शिवसेना की बदनामी के लिए भाजपा नेता किरीट सोमैया बार-बार साई रिसोर्ट से उनका नाम जबरन जोड़ रहे हैं। उधर, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. किरीट सोमैया ने कहा कि संपत्ति जब्त करने के बाद ईडी बहुत जल्द अनिल दत्तात्रेय को गिरफ्तार कर सकती है।
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