Friday, November 29, 2024
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असली नोटों के बदले दोगुने नकली नोटों का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार

लखनऊ: यूपी एसटीएफ को असली नोटों के बदले दोगुने नकली नोटों का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना शैलेन्द्र उर्फ विराट को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ की टीम को मुखबिर से पता चला कि थाना विभूति खंड के अन्र्तगत वेब माॅल के पास मंगलवार को सवा तीन बजे करीब गोण्डा के परसपुर का निवासी शैलेन्द्र गुप्ता नकली नोटों की डिलीवरी करने आ रहा है। एसटीएफ ने घेराबंदी करके उसको गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय शैलेंद्र गुप्ता के पास से चार नोटों की फर्जी गड्डियां (जिन पर 500 की नोट ऊपर व नीचे लगी थीं), पैशन प्रो मोटरसाइकिल (यूपी 42 एस 8305), दो मोबाइल, दो आधार (एक फर्जी और दूसरा अभियुक्त का स्वयं) के अलावा 1200 रुपए नगद की बरामदगी की गई।

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एसटीएएफ ने बताया कि विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ व उसके आस-पास के जनपद में नकली नोट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के बारे में सूचना प्राप्त हो रही थी। उपरोक्त सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में सूचना एकत्र करने के लिए टीम का गठन किया गया। टीम के सक्रिय होने ही ज्ञात हुआ कि राजधानी लखनऊ-गोण्डा व आस-पास के क्षेत्रों में ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य सक्रिय हैं। यह गिरोह असली नोटों के बदले नकली नोट देने व दिये गये रूपये का दोगुना रूपये देने के नाम पर ठगी करती है।

असली नोट देकर पहले जीतता था विश्वास –

शैलेन्द्र गुप्ता ने पूछताछ पर बताया कि वह पहले लोगों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें असली नोट देता था। ये नोट बाजार में आसानी से चल जाते थे। इससे लोग आरोपी पर विश्वास करने लगते थे और असली नोट के बदले वे शैलेन्द्र से ज्यादा नकली नोट की डिमांड करने लगते थे। लोगों से ज्यादा नोट मिलने पर शैलेन्द्र उन्हें नकली नोट थमाकर उनसे ठगी करता था।

ऐसे चलता था असली-नकली का खेल –

आरोपी शैलेन्द्र ने बताया कि यदि व्यक्ति तुरन्त ही असली रुपए के बदले नकली नोटों की मांग करता है तो उसे ऊपर नीचे एक-एक असली नोट को लगी हुई, नकली गड्डी पकड़ा देता हूं। जब तक व्यक्ति पेपर को खोलकर इस बात को समझे कि जो नकली नोट की गड्डी उसे दी गई है, तब तक वह भाग जाता था। इस काम में लोग खुद के पकड़े जाने के डर से किसी से शिकायत नहीं करते हैं। एक फर्जी आधार अजय कुमार गुप्ता के नाम से भी बनवा रखा है। इसके अतिरिक्त शैलेन्द्र एटीएम की कम जानकारी रखने वाले लोगों को उनके रूपये निकालने में मदद करने के बहाने उनके एटीएम का पिन देखकर कार्ड बदलकर रूपये निकाल लेता था। गिरफ्तार अभियुक्त पर धारा 419, 420, 468, 471 के तहत विभूतिखण्ड कमिश्नरेट लखनऊ में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

  • पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट

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