कानपुरः कानपुर मेट्रो रेल परियोजना में कॉरिडोर-प्रथम (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर सेंट्रल और ट्रांसपोर्टनगर के बीच लगभग तीन किमी लंबे भूमिगत सेक्शन का निर्माण होना है। शुक्रवार को कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर तक के अंडरग्राउंड कार्य का मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने शुभारंभ किया। कानपुर मेट्रो के पहले कॉरिडोर के अंतर्गत चुन्नीगंज से नयागंज के बीच लगभग चार किमी लंबे भूमिगत सेक्शन का निर्माण कार्य पहले से ही जारी है। शुक्रवार को कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर तक के अंडरग्राउंड कार्य का मेट्रो एमडी कुमार केशव ने शुभारंभ किया। झकरकटी बस स्टेशन में भी अंडरग्राउंड स्टेशन बनेगा। इसकी डायफ्राम वॉल का पूजन कर जमीन के अंदर किया गया। इसके साथ ही यहां अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का काम शुरू हो गया। मेट्रो एमडी ने कहा कि दो साल के अंदर आईआईटी से नौबस्ता तक पहला कॉरिडोर पूरा कर लिया जाएगा। कानपुर सेंट्रल, झकरकटी और ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
डायफ्राम के साथ शुरुआत
मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक झकरकटी मेट्रो स्टेशन का निर्माण पहले किया जाएगा। काम की शुरुआत झकरकटी मेट्रो स्टेशन की डायफ्राम वॉल (डी-वॉल) के निर्माण के साथ कर दी गई है।
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क्या होती है डी-वॉल?
डी-वॉल को मेट्रो स्टेशन की बाउंड्री के रूप में समझा जा सकता है। छोटे-छोटे आयताकार पैनल्स के साथ डी-वॉल तैयार की जाएगी। झकरकटी मेट्रो स्टेशन में डी-वॉल के एक पैनल की चैड़ाई लगभग 6 मीटर और मोटाई लगभग 1 मीटर होगी। झकरकटी मेट्रो स्टेशन की डी-वॉल तैयार करने में ऐसे लगभग 66 पैनल्स लगाए जाएंगे। यह वॉल लगभग 19 मीटर गहराई तक मौजूद रहेगी।
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